उदयपुर, 10 सितम्बर 2022 : उदयपुर के पहले और विरासत की श्रेणी में माने जा सकने वाले राणा प्रताप नगर रेलवे स्टेशन पर लगे ऐतिहासिक फव्वारे के भविष्य पर संकट के संकेत नजर आ रहे हैं। यह फव्वारा सुखाड़िया सर्कल के फव्वारे जैसा छोटे आकार का है और सुखाड़िया सर्कल का फव्वारा इसके बाद बनाया गया है। रेलवे इस स्टेशन पर बड़ा झण्डा लगा रहा है और इस फव्वारे को यहां से स्थानांतरित करने या इसे खत्म करने के विकल्प पर चर्चा चल रही है। इसे लेकर शुक्रवार 08 सितम्बर को रेलवे का एक दल यहां सर्वेक्षण करने भी पहुंचा था।
इस सम्बंध में सर्वेक्षण दल के साथ मौजूद उदयपुर के क्षेत्रीय रेलवे अधिकारी बीपी स्वामी ने कहा कि यह फव्वारा पुराना होकर मरम्मत मांग रहा है। चूंकि, जहां फव्वारा है वह स्टेशन के मुख्य द्वार के सामने का केन्द्र है, जिस पर बड़ा झण्डा लगाने से स्टेशन की खूबसूरती बढ़ेगी, ऐसे में इस फव्वारे को यहां से स्थानांतरित किया जाएगया या इसे खत्म कर दिया जाएगा। फिलहाल, इन विकल्पों पर विचार चल रहा है। हालांकि, इस फव्वारे की ऐतिहासिकता का जिक्र आने पर उन्होंने यह भी कहा कि बड़ा झण्डा इसके पास भी लगाने पर विचार किया जा सकता है।
आपको बता दें कि उदयपुर में सुखाड़िया सर्कल का फव्वारा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। राणा प्रताप नगर रेलवे स्टेशन पर लगा फव्वारा इस स्टेशन की पहचान में शुमार है और स्टेशन के इतिहास के साथ इसका इतिहास जुड़ा है। ऐसे में धरोहरप्रेमियों का कहना है कि इस फव्वारे का संरक्षण करने के बजाय इसे हटाया जाना या स्थानांतरित किया जाना कतई उचित नहीं होगा। रेलवे को इस पर गहनता से विचार कर निर्णय करना होगा।