जयपुर, 03 जून। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मानसून में अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मानसून पूर्व ही सड़कों को संधारित रखने के लिए की जाने वाली सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली जायें ताकि बरसात के सीजन में परिवहन एवं यातायात व्यवस्था सुचारू एवं निर्बाध रहें। उपमुख्यमंत्री ने मंगलवार को निर्माण भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मानसून पूर्व की तैयारियो की समीक्षा की।
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि जिन स्थानों पर पानी जमा होता है वहां कच्ची ड्रेन खोदकर पानी निकासी की व्यवस्था रखें और पानी जमा नही होने दे। इसके साथ ही यदि किसी सड़क मार्ग पर बरसात के कारण कटाव या खड्डे हो गये हो तो उन्हें प्रारम्भिक स्तर ही भरवा दे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि क्षतिग्रत पुलिया, रपट आदि की मरम्मत के लिए जो स्वीकृतियां जारी हो चुकी है उन कार्यो को जल्दी पूरा करवा ले। उन्होंने कहा है कि यदि बरसात के मौसम में कार्मिकों की लापरवाही से सड़क टूटने और यातायात बाधित होने की शिकायत मिलेगी तो संबंधितों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी।
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि अधिकारी सभी पुराने भवनों का निरीक्षण करें और जो भवन जर्जर हो चुके हैं उन्हें अनुपयोगी घोषित कर तुरंत प्रभाव से खाली करवायें। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संबधित अधिकारी तत्काल प्रभाव से कंट्रोल रूम स्थापित करवाकर अति वर्षा व व बाढ जैसी स्थिति से निपटने की सभी आवश्यक तैयारिया पूरी कर लें ।
उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में जितने भी अटल पथ व अन्य सड़कें बनायी जायें उनके साथ नाली बनाने का भी प्रावधान रखें ताकि जल भराव के कारण बार बार सड़क टूटने की समस्या से निजात मिल सकें।
अब हर सप्ताह संभाग वार समीक्षा होगी-
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है की प्रदेश की सड़क परियोजनाओं के प्रभावी एवं समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए इसी माह से हर सप्ताह संभागवार समीक्षा बैठक आयोजित की जाए । इस बैठक में उस संभाग की सभी सड़क परियोजनाओं, बजट घोषणाओं सहित सभी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएंगी ।
इस दौरान उन्होंने संभाग वार सड़क परियोजनाओं की प्रगति और मानसून की तैयारियो की समीक्षा की। इस अवसर पर विभाग के एसीएस प्रवीण गुप्ता, शासन सचिव डी आर मेघवाल, मुख्य अभियंता एवं अतिरिक्त सचिव टी सी गुप्ता सहित पीडब्ल्यूडी एवं एनएचएआई के अधिकारी एवं वीसी के माध्यम से संभाग एव जिलों के अधिकारी उपस्थित रहे।