उदयपुर,06 सितंबर 2022 : उदयपुर की झीलों के पानी का कोई धनी धोरी नहीं है और मानसून के सीजन में जल संसाधन विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगता दिखाई दे रहा है। बीते दिनों से जारी बारिश के कारण पिछले 25 दिनों से स्वरूप सागर के गेट खुले हुए थे और 4 दिन पहले ही तीन गेट बंद कर दिए गए और चौथा गेट बंद नहीं किया गया।
इस पर झील प्रेमी लोगों को सूचना मिली चौथा गेट जाम है और इसी वजह से बन्द नहीं हो पा रहा है।उधर जल संसाधन विभाग का कहना था कि चूंकि पीछोला लबालब है और अभी भी पानी की आवक बनी हुई है ।इसलिए झील का स्तर बनाये रखने के लिए एक गेट मामूली खोल कर पानी की निकासी की जा रही है।
इससे पहले भी 10 अगस्त को स्वरूप सागर की लिंक नहर का गेट खोल कर फतहसागर का पानी पीछोला में डाइवर्ट किया गया था ,उस दिन भी लिंक नहर का स्वरूप सागर वाला गेट जाम पाया गया था और कई कोशिशों के बाद हथौड़े की मार से गेट खोला गया था।
झील प्रेमी तेज शंकर पालीवाल ने बीते दिन जब अधिकारियों को जानकारी दी तो अधिकारियों ने गेट खराब होने की बात से इनकार किया लेकिन जल संसाधन विभाग ने रात के अंधेरे में मिट्टी के बोरे डाल कर स्वरुप सागर तालाब से बह रहे पानी को रोकने का प्रयास किया। गेट के पास कुछ कट्टे डाले गए। साथ ही कहा जा रहा है यदि किवाड खराब नहीं है तो इस किवाड को बंद कर दुसरा किवाड़ खोल दिया ज़ाय ताकि पता चल सके कि खराबी है अथवा नहीं?
कुल मिलाकर उदयपुर की झीलों के पानी के संरक्षण में जल संसाधन विभाग के नाखून टूटे हुए है और तैयारियां निम्नतम स्तर पर हैं । इसका खामियाजा शहर की जनता और झीलें उठा रही है।