आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट में ईडी ने जज एमके नागपाल की अदालत में पेश किया गया। इस दौरान ईडी की ओर से जोहेब हुसैन पेश हुए। उन्होंने कोर्ट को बताया कि सिसोदिया बार बार बयान बदल रहे हैं। अब उन्हें तीन लोगों से आमने सामने बैठाकर पूछताछ करनी है। इनमें दिल्ली के एक्साइज कमिश्नर और एक आईएएस अफसर शामिल हैं।
ED ने कोर्ट को बताया कि एलजी ने आबकारी घोटाले की जाँच 22 जुलाई को CBI को सौंपा, सिसोदिया ने उसी दिन अपना मोबाईल फोन बदला था। ये उस फोन का लंबे समय से इस्तेमाल कर रहे थे। सिसोदिया यह नहीं बता पाए हैं कि उन्होंने उस फोन का क्या किया? राऊज़ एवेन्यू कोर्ट में ED मनीष सिसोदिया का रिमांड बढ़ाने की माँग कर रही है। ED ने सिसोदिया की रिमांड और 7 दिन बढ़ाने की मांगी है।
वहीं, मनीष सिसोदिया की ओर से उनके वकील मोहित माथुर ईडी का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कोर्ट को बताया कि फोन बदलने का मामला सीबीआई के रिमांड का हिस्सा था, अब उसी आधार पर दोबारा से रिमांड नहीं दिया जा सकता। एडवोकेट माथुर ने कहा कि एक एजेंसी पहले ही ईमेल डंप लेकर पिछले साल अक्टूबर में ही पूछताछ कर चुकी है। इतने दिन बाद फिर दोबारा वही सवाल समझ के परे है।सिसोदिया ने अपने वकील के जरिए कहा कि उनकी जरूरत यदि 18 और 19 मार्च को नहीं है तो उन्हें जेल भेज दिया जाए। हालांकि कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला रिजर्व कर लिया है।