उदयपुर,30 जून 2022: उदयपुर में मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन दावते-इस्लाम से जुड़े दो आतंकियों द्वारा हिन्दू युवक कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के बाद से आक्रोशित चल रहे हिन्दू समाज ने गुरुवार को कर्फ्यू के बीच मौन रैली निकाली। उन्होंने हत्याकाण्ड के आरोपितों के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की गहन जांच और आरोपितों को त्वरित फांसी की मांग की। उदयपुर के नगर निगम परिसर से निकली मौन रैली में हजारों की संख्या में उदयपुर शहर और समीपवर्ती क्षेत्रों से सर्व समाज के लोग शामिल हुए। आतंक के खिलाफ कार्रवाई, हत्यारों की फांसी, कन्हैयालाल को न्याय दो आदि नारे लिखी तख्तियों तथा भगवा पताकाओं के साथ रैली नगर निगम प्रांगण से निकल कर सूरजपोल, बापू बाजार, बैंक तिराहा, देहलीगेट होते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंची। संत समाज के नेतृत्व में जब नगर निगम प्रांगण से रैली रवाना होकर बापूबाजार पहुंची तो करीब दो किलोमीटर लम्बे बापूबाजार के चौड़े मार्ग पर तिल धरने तक की भी जगह नहीं थी। सड़क के एक छोर से दूसरे छोर तक समाजजन ही नजर आ रहे थे। खास बात यह रही कि अनुशासित रूप से रैली कलेक्ट्रेट पहुंची और वहीं पर सभा हुई।
रैली के जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचने के बाद समाज के प्रतिनिधियों ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए ऐसे तत्वों को जड़ से समाप्त करने की मांग की।
इसके बाद संत समाज ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राजस्थान की गहलोत सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने, मामले की जांच एनआईए से करवाकर हत्यारों को मृत्युदंड देने, सिमी, पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने, राजस्थान में रहने वाले राष्ट्रविरोधी तत्वों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई करने, मृतक के परिजनों को पांच करोड़ मुआवजा, दोनों पुत्रों को स्थानी सरकारी नौकरी, मृतक को बचाने के दौरान घायल हुए साथी के सम्पूर्ण उपचार सहित उसके पूरे परिवार की सम्पूर्ण सुरक्षा भी पुख्ता करने की मांग की गई।