जयपुर, 18 नवंबर। केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव डॉ. चंद्रशेखर कुमार ने शासन सचिवालय में वृहद समीक्षा बैठक ली। बैठक में अजमेर जिले में होने वाले ख्वाजा गरीब नवाज के 814वें उर्स, अल्पसंख्यक मामलात विभाग, वक्फ आयोग एवं आरएमएफडीसीसी के प्रगति बिंदुओं पर चर्चा की गई।
डॉ. चंद्रशेखर कुमार ने अजमेर शरीफ दरगाह के प्रस्तावित इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर चर्चा करते हुए कहा कि उर्स में लाखों की संख्या में ज़ायरीन आते है, उनकी सुरक्षा, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के लिए प्रशासन को सजगता और मुस्तैदी से कार्य करना होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि अजमेर जिले में दिसंबर माह में प्रस्तावित अजमेर शरीफ दरगाह के 814वें उर्स की तैयारी अतिशीघ्र पूरी कर ली जाए तथा दरगाह के विकास के लिए विस्तृत डीपीआर भी बनाई जाए।
सचिव, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने निर्देश दिए कि प्रशासन को उर्स में आने वाली भीड़ की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी, पॉवरबैकअप, अग्निशमन उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता जैसे जरूरी कार्य जल्द से जल्द सुनिश्चित कर लेने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाए।
जिम्मेदारी लेकर प्रतिबद्धता से कार्य करें -
अल्पसंख्यक मामलात विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अश्विनी भगत ने निर्देश दिए कि ज़ायरीनो की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होने वाले ड्रोन्स को अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जाए, जिससे आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सकेगी। श्री भगत ने सिविल डिफेंस के कार्मिकों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लगाए जाने और उनको किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा इसके लिए सभी प्रशिक्षितों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जा सकता है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेटल डिटेक्टर मशीनों को सुधरवाने और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए संबंधित विभाग से समन्वय कर एयर एम्बुलेंस का प्रावधान भी रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आने वाले यात्रियों के डिजिटल रजिस्ट्रीकरण करवाने के साथ- साथ वजू वाले स्थल पर सफाई का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया।
जिला प्रशासन, दरगाह कमेटी और अन्य विभागों के बीच समन्वय से हो रहा कार्य -
अजमेर जिला कलेक्टर श्री लोकबंधु ने बताया कि उर्स की विस्तृत योजना बनाने और तैयारियों का आकलन करने के लिए नियमित संयुक्त बैठकें आयोजित की जा रही है, जिसके माध्यम से जिला प्रशासन, दरगाह कमेटी और अन्य विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अजमेर जिला प्रशासन 814वें उर्स के सुचारू एवं व्यवस्थित संचालन, ज़ायरीनो की सुरक्षा, स्वच्छता एवं दरगाह अवसंरचना विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है।
अजमेर जिला कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि उर्स प्रारंभ होने से पूर्व आवश्यक मरम्मत एवं रखरखाव के कार्य, पर्याप्त बिजली आपूर्ति, पेयजल की व्यवस्था, विश्राम स्थली से दरगाह तक पर्याप्त बसों के संचालन, पर्याप्त एम्बुलेंस व डिस्पेंसरीज आदि व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे के साथ समन्वय करके अतिरिक्त एवं विशेष रेलगाड़ियों के संचालन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रशासनिक एवं नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए किए जा रहे सतत् प्रयास -
अतिक्रमण हटाने का कार्य- अजमेर जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रशासनिक एवं नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए प्रशासन द्वारा सतत् प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि अजमेर नगर निगम ने विशेष अभियान चलाकर दरगाह बाज़ार और अंदरोट क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने, औलिया मस्जिद के पिछले हिस्से से अतिक्रमण हटाने का कार्य किया। इसके साथ आस्ताना शरीफ़ के आसपास के क्षेत्र से अलमारियाँ, बक्से और अन्य सामान हटाया गया।
सबीली दरवाजे का पुनर्निर्माण- श्री लोकबंधु ने बताया कि दरगाह शरीफ के अंदर सबीली गेट का पुनर्निर्माण किया गया है। अब प्रवेश द्वार की चौड़ाई 7 फीट से बढ़कर लगभग 13 फीट हो गई है।
जल निकासी व्यवस्था में सुधार- अजमेर नगर निगम द्वारा दरगाह क्षेत्र में जल निकासी व्यवस्था में सुधार हेतु 3 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि निज़ाम गेट नाले सहित महत्वपूर्ण और उच्च प्राथमिकता वाले कार्यों के लिए 75 लाख रुपये की एक निविदा वर्तमान में प्रक्रियाधीन है। इसके अतिरिक्त उर्स अवधि के दौरान प्रति वर्ष 8 लाख रुपये की निविदाएं जारी की गई हैं।
दरगाह शरीफ में प्राकृतिक गैस संयंत्र से कनेक्शन- श्री लोकबंधु ने बताया कि दरगाह शरीफ में प्राकृतिक गैस संयंत्र से कनेक्शन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए आईजीएल द्वारा मार्ग सर्वेक्षण किया गया है।
स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था हेतु अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती- श्री लोकबंधु ने बताया कि उर्स अवधि के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती के साथ स्वच्छता एवं सफाई प्रबंधन का कार्य सुनिश्चित किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा मेला क्षेत्र में 500 अतिरिक्त सफाई कर्मचारी 24x 7 तैनात किए जाएंगे।
खादिमों के लिए जारी होंगे आईडी कार्ड- अजमेर जिला कलेक्टर ने बताया कि दरगाह कमेटी के सहयोग से सभी खादिमों के लिए उर्स के दौरान आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे।
हटाएं गए अवैध क्यूआर कोड- श्री लोकबंधु ने बताया कि दरगाह में विकास के नाम पर चंदा मांगने वालो ने जगह- जगह अवैध क्यूआर कोड लगा रखे है, दरगाह कमेटी के सहयोग से एक विशेष अभियान चलाकर सभी अवैध क्यूआर कोड को हटाया गया। साथ ही यह अभियान भविष्य में भी चलता रहेगा।
सुरक्षा और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु प्रतिबद्ध -
अजमेर पुलिस अधीक्षक श्रीमती वंदिता राणा ने बताया कि अजमेर दरगाह शरीफ के 814वें उर्स में सुरक्षा और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु पुलिस प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि उर्स के दौरान सीसीटीवी से निगरानी, विश्राम स्थली और पूरे शहर में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती, यातायात के लिए उचित प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण के लिए नाकों और वॉच टावर लगाए जाएंगे। श्रीमती राणा ने बताया कि उर्स के लिए लगभग 5,000 अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
814वें उर्स को सफल बनाने के लिए की जा रही है विशेष व्यवस्थाएं -
अजमेर नगर निगम के आयुक्त श्री देशल दान ने बताया कि उर्स को सफल बनाने के लिए नगर निगम द्वारा विशेष व्यवस्थाएं की जा रही है। उन्होंने बताया कि पूरे मेला और दरगाह क्षेत्र की सफाई, सभी मार्गों की मरम्मत, दरगाह बाज़ार मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाना, पर्याप्त बिजली आपूर्ति, आगजनी से सुरक्षा जैसी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि विशेष अभियान चलाकर दरगाह बाज़ार से अस्थायी अतिक्रमण तथा आवारा पशुओं को पकड़ने जैसे कार्य करवाए जा रहे है। साथ ही शुक्रवार की नमाज़ के लिए विशेष व्यवस्थाएं भी प्रशासन द्वारा की जा रही है।
विश्राम स्थली में उपलब्ध होंगी सभी आवश्यक सुविधाएं -
अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त सुश्री नित्या के. ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा विश्राम स्थली एवं अस्थायी शिविरों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। उर्स के लिए 17 अस्थायी शिविरों का निर्माण करवाया जा रहा है जिसका आकार लगभग 60x120 होगा व एक 100x400 आकार का बड़ा प्रार्थना शिविर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पेयजल, साउंड सिस्टम, निर्बाध बिजली आपूर्ति आदि के लिए कार्य किए जा रहे है। उर्स के दौरान एक नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाएगी।
पीएमजेवीके के कार्यान्वयन में राजस्थान ने की उल्लेखनीय प्रगति -
प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) की समीक्षा के उपरांत श्री अश्विनी भगत ने केन्द्रीय सचिव को अवगत करवाया कि राजस्थान पीएमजेवीके योजना की प्रगति में भारत के शीर्ष राज्यों में से एक है। केन्द्रीय सचिव ने विभाग के अधिकारियों को राजस्थान राज्य की भौगोलिक स्थिति व विकास के गैप को भरने हेतु बड़े प्रोजेक्ट बनाकर डीपीआर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
केन्द्रीय सचिव ने राजस्थान राज्य द्वारा प्रस्तुत उपयोगिता प्रमाण पत्र की स्थिति को संतोषप्रद बताते हुए अब तक के कार्यों की भौतिक व वित्तीय रिकन्सिलिएशन के निर्देश तथा गत वर्षो में अप्रारंभ कार्यों को निरस्त करवाकर नए सिरे से वृहद प्रस्तावों के साथ भिजवाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने वक्फ की संपत्तियों को शीघ्र रजिस्ट्रीकरण करवाने के निर्देश दिए और आरएमएफडीसीसी के प्रगति बिंदुओं पर भी चर्चा की।
समीक्षा बैठक में पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री राजेश कुमार यादव, नगरीय विकास एवं आवासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री देबाशीष पृष्टि, केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री राम सिंह, निदेशक श्री एस पी सिंह तेवतिया, अल्पसंख्यक मामलात विभाग के निदेशक श्री एम. डी. मीना सहित भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, राज्य के अल्पसंख्यक मामलात विभाग व अजमेर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।