सागवाड़ा (डूंगरपुर), 26 मार्च। विप्र फाउंडेशन के सप्तम विप्र महाकुंभ ने हुंकार भरी कि ब्राह्मणों का अपमान अब सहन नहीं होगा। संख्या बल के अनुपात में लोकसभा व विधानसभा में टिकट, राजनीतिक रूप से आरक्षित क्षेत्र में वंचित समाज को बोर्ड निगम में प्राथमिकता से मनोनयन तथा विधान परिषद के गठन के मुद्दे भी विप्र महाकुंभ में गूंजे।
महाकुंभ में मुखर होकर कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पार्टी लाइन से हटकर कई मुद्दे रखे। गौरव वल्लभ ने कहा कि उच्च सेवाओ में विप्र बच्चे टॉप लिस्ट में आए आज ऐसे प्रस्ताव की आवश्यकता हैं। उन्होंने ब्राह्मणों को लोकसभा और विधानसभा में प्रतिनिधित्व भी अनुपात के अनुसार देने की बात की तथा पुरजोर शब्दों में कहा कि अब ब्राह्मणों का अपमान नहीं सहेंगे।
हजारों की से उपस्थिति में शिक्षा मंत्री डॉक्टर बी.डी.कल्ला ने विप्र को सामाजिक प्रतीक बताया तथा उच्च सेवा में प्रतिशत बढ़ाने की वकालत करते हुए कहा कि कोचिंग की व्यवस्था हमे करनी होगी। उन्होंने केंद्र के समक्ष ईडब्ल्यूएस की 14 प्रतिशत आरक्षण की मांग उठाई और कहा कि विप्र बैंक स्थापना भी होनी चाहिए ताकि हमारे बच्चों को रोजगार मिल सके।
हरियाणा से आये कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने शिक्षा मंत्री कल्ला के भाषण के बीच हस्तक्षेप करते हुए कहा कि राजस्थान में गठित विप्र कल्याण बोर्ड को 100 करोड़ की राशि राज्य सरकार प्रदान करे तभी इस बोर्ड की सार्थकता होगी। कल्ला ने आश्वस्त किया कि वे मुख्यमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को रख बजट दिलवाने का प्रयास करेंगे।
महाकुंभ की खास बात यह रही कि जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत मालवीय, सांसद कनक मल कटारा सहित सर्व समाज के नेताओं ने भी मंच को सांझा किया। कटारा ने सागवाड़ा को जिला बनाने की मांग उठाई। उन्होंने बांसवाड़ा को रेल लाइन से जोड़ने की भी मांग की, जबकि जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने वागड को धरती का स्वर्ग बताया तथा कहा कि हम सब मिलकर आगे बढ़ेंगे।
नवनियुक्त भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने भी महाकुंभ को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए विप्र फाउंडेशन की प्रसंशा की। उन्होंने कहा कि समाज के साथ राष्ट्र निर्माण में हम सब लगें। उन्होंने महाकुंभ में नहीं पहुंचने पर क्षमा याचना करते हुए मुझे वागड़ की धरती से विशेष लगाव है।
विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा ने कहा कि आज हम किसी के हक को छीनने नहीं, बल्कि हमे मिले अधिकारों के आधार पर भावी पीढ़ी की खुशहाली पर विचार मंथन के लिए यहां जुटे हैं। अपने बच्चों के भविष्य की चिंता करना जरूरी हैं। इस विचार मंथन में सर्व समाज के प्रमुखजनों को भी हमने न्योता है जिससे हमारा समरसता, सर्वोदय का एजेंडा मजबूती से क्रियान्वयन की ओर अग्रसर रहे। कुछ अराजक तत्व गलत प्रचार कर आपसी भाईचारे को चोट पहुंचाने पर तुले हुए हैं। उसे हम सबको मिलकर रोकना होगा। ओझा ने घोषणा की कि विप्र फाउंडेशन इस वर्ष के अंत तक सभी जिलों में ई लाइब्रेरी की स्थापना करेगा। उन्होंने ई लाइब्रेरी और छात्रावास के लिए जमीन की मांग की। उनकी इस मांग का असर यह हुआ कि बांसवाड़ा, सागवाड़ा के सभापतियों ने जमीन देने की हाथों हाथ मंच से घोषणा की।
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम गुरुजी ने संस्कारोदय पर बल दिया।
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संरक्षक एवम् मावली विधायक धर्म नारायण जोशी सहित अनेक वक्ताओं ने महाकुंभ को संबोधित किया। कई संत-महात्मा आशीर्वाद देने पहुंचे इनमे रामस्वरूप दास महाराज, रघुवरदास प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
महाकुंभ में प्रमुख राजनेताओं में गढ़ी विधायक कैलाश मीणा, आसपुर से विधायक गोपी लाल मीणा, पूर्व मंत्री भवानी जोशी, पूर्व विधायक रमेश पंडिया, बांसवाड़ा नगर परिषद के सभापति जिनेन्द्र त्रिवेदी, कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया,उदयपुर भाजपा के जिलाध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली, सागवाड़ा नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र खोड़निया, डूंगरपुर जिला प्रमुख खुड़िया आहारी, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के ओएसडी शैलेश शर्मा, गलियाकोट प्रधान सहित अनेक गणमान्य जन मंचासीन थे।
सप्तम विप्र महाकुंभ के संयोजक भूपेंद्र पंड्या ने महाकुंभ को सागवाड़ा में आयोजित करने की मंशा पर प्रकाश डाला। कुल 11 जिलों को मिलाकर बनाए गए विप्र फाउंडेशन जोन 1 ए के प्रदेशाध्यक्ष के.के. शर्मा ने अतिथियों तथा उपस्थितजन का महाकुंभ में पधारने के लिए अभिनंदन किया।
विप्र महाकुंभ में सागवाड़ा जैसी छोटी जगह पर ऐसा जन सैलाब उमड़ा कि आयोजकों की तैयारी भी कम पड़ गई। लोग बसों, कारों, टेंपो के अलावा दुपहिया वाहनों के काफिले और जुलूस के रूप में महाकुंभ में पहुंचे। जनता जनार्दन के आने का सिलसिला सुबह से प्रारंभ हो गया था जो महाकुंभ प्रारंभ होने के बाद भी देर तक चलता रहा। गलियाकोट रोड पर स्थित गायत्री शक्तिपीठ के पास कॉलेज ग्राउंड में हुए इस आयोजन के कारण आस पास का इलाका वाहनों की रेलम पेल से जाम हो गया। सागवाड़ा कस्बे में भी महाकुंभ में आने वाले वाहनों के कारण पूरा शहर थम सा गया।
विप्र महाकुंभ में पुरुषों के साथ मातृ शक्ति की भी अच्छी खासी उपस्थिति थी। महिलाएं गांव गांव से मंगल गीत गाते हुए आईं।
सागवाड़ा जिलाध्यक्ष प्रकाश व्यास, बांसवाड़ा जिलाध्यक्ष योगेश जोशी, डूंगरपुर जिलाध्यक्ष नारायण ने सभी कार्यकर्ताओं, सहयोगियों का आभार जताया।