राजेंद्र राठौड़ नेता प्रतिपक्ष और सतीश पूनिया बन सकते हैं उपनेता प्रतिपक्ष,वसुंधरा राजे हो सकती है चुनाव संचालन समिति की अध्यक्ष
राजस्थान में भाजपा के नए अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ ही बैठकों का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश में रविवार में भाजपा मुख्यालय में पार्टी की मैराथन बैठकें होने वाली है। चर्चा है कि बैठक के दौरान भाजपा नेता प्रतिपक्ष का चयन भी कर लेगी।
भाजपा ने राजस्थान में अपने नेता प्रतिपक्ष का नाम फाइनल कर लिया है और इस बारे में आने वाले दिन में जल्द इसकी घोषणा की जा सकती है। बीती रात बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सी पी जोशी ने एक ट्वीट में राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष बता दिया। लेकिन कुछ देर बाद ही ट्वीट डिलीट कर दिया। इस ट्वीट के बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चाओं के दौर शुरू हो गए।
चर्चा है कि पार्टी सतीश पूनिया को विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष बना सकती है। इसके साथ ही भाजपा से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि राजेंद्र राठौड़ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में नजर आएंगे।विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी चाहती है कि वसुंधरा राजे की भूमिका से भी फायदा हो। ऐसे में वसुंधरा राजे की भाजपा के भीतर भूमिका को लेकर भी सवाल उठना शुरू हो गए हैं। चर्चा है कि पार्टी उन्हें चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष के तौर पर प्रदेश में बड़ी भूमिका में ला सकती है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी राज्य के लिए नए चेहरे हैं। संगठन को लेकर अभी वे उतने प्रभावशाली नहीं है। ऐसे में पार्टी वसुंधरा राजे को भूमिका में लाकर पूरी मजबूती से चुनाव मैदान में उतरेगी।
इससे पहले शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम और जयपुर प्रांत के प्रचारक बाबूलाल की सेवा भारती भवन की बैठक में राजस्थान में होने वाले संगठनात्मक बदलाव के साथ ही नेता प्रतिपक्ष को लेकर चर्चा हुई। बैठक के बाद राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने दो दिन में नया नेता प्रतिपक्ष बनाने का दावा भी किया था।