मोदी सरकार न सिर्फ पिछली केंद्र सरकार की योजनाओं के नाम बल्कि पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम भी हटा रही है। 'नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी' (एनएमएमएल) का नाम हटा दिया गया है और नए नाम 'पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी' (पीएमएमएल) को अंतिम रूप दिया गया है। पीएमएमएल के उपाध्यक्ष ए सूर्यप्रकाश ने बुधवार को ट्विटर (एक्स) के जरिए आधिकारिक तौर पर इसका खुलासा किया। केंद्रीय संस्कृति विभाग ने खुलासा किया कि नाम बदलने का निर्णय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जो नेहरू संग्रहालय के उपाध्यक्ष हैं, की अध्यक्षता में एक बैठक में लिया गया।
पिछले साल, केंद्र ने पूर्व प्रधानमंत्रियों की सेवाओं का सम्मान करने के लिए 'प्रधानमंत्री संग्रहालय' परियोजना शुरू की थी। इसके लिए नेहरू संग्रहालय ने इमारत में कई बदलाव किए हैं। एनएमएमएल पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए एक स्मारक केंद्र के रूप में जारी है। नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर कांग्रेस पार्टी नाराज है. इसमें गुस्सा जताया गया कि मोदी सरकार नेहरू की महान विरासत और देश को प्रदान की गई सेवाओं को 'इनकार करने और दोष देने' के एकमात्र एजेंडे के साथ आगे बढ़ रही है, जिससे वह अपनी हीनता दिखा रही है। इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर पोस्ट कर कहा-केंद्र की NDA सरकार अपने पूर्ववर्ती प्रधानमंत्रियों द्वारा किए गए कार्यों का नाम बदलने के लिए किस स्तर तक जाएगी यह समझ के परे है। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।
किसी भी प्रधानमंत्री को तो गर्व होना चाहिए कि इस देश को पंडित जवाहर लाल नेहरू जी जैसे पहले प्रधानमंत्री मिले जिन्होंने 17 साल के कार्यकाल में मजबूत भारत की आधारशिला रखी और IIT, IIM, BARC, BHEL, योजना आयोग, भाखड़ा नांगल बांध, नागार्जुन सागर बांध समेत तमाम प्रीमियर संस्थान और परियोजनाएं बनाईं जिनकी भारत के विकास में अहम भूमिका है। नॉन अलाइन मूवमेंट (NAM) और पंचशील के सिद्धांत पंडित नेहरू की देन हैं।
भारत के साथ ही आजाद हुए 6 गुना कम आकार और जनसंख्या वाला पाकिस्तान आज बर्बाद होने की कगार पर है। वहां जनता के लिए भोजन तक उपलब्ध नहीं है और आर्थिक स्थितियों से गृह युद्ध के हालात बने हुए हैं।
यह समझ नहीं आता कि ऐसे महान व्यक्ति जिस घर में 16 साल रहे, जिस जगह की पहचान ही नेहरू जी के नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के रूप में है, उसका नाम बदल कर प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी कर वो क्या हासिल करना चाहते हैं।