पंजाब के किसान संगठनों की ओर दिल्ली कूच का ऐलान किए जाने के बाद रविवार को हरियाणा के 12 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। केंद्र ने हरियाणा के लिए पहले से मंजूर अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों के अलावा रविवार को 14 और कंपनियां हरियाणा भेज दी हैं। हरियाणा में अब अर्धसैनिक बलों की 64 कंपनियां तैनात हो गई हैं। जिनमें बीएसएफ तथा सीआरपीएफ के जवान शामिल हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के प्रस्तावित ‘दिल्ली चलो’ मार्च को बाधित करने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा कुछ सड़कों पर कंक्रीट के अवरोधक, कीलें और कंटीले तार लगाए जाने की आलोचना करते हुए पड़ोसी राज्य की बीजेपी सरकार पर ‘‘पंजाब और भारत के बीच’’ सीमा बनाने का आरोप लगाया है। सीएम मान ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर नीत हरियाणा सरकार ने पंजाब के साथ लगी सीमा पर इतने कंटीले तार लगाए हैं,जितने पाकिस्तान के साथ लगी देश की सीमा पर लगे हैं।
उधर सीएम खट्टर ने राज्य की सीमाओं को सील करने और पंजाब के किसानों को राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करने से रोकने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदम को उचित ठहराया है और कहा कि इसका उद्देश्य कानून-व्यवस्था बरकरार रखना है। हरियाणा के अधिकारियों ने अंबाला जिले के पास शंभू में पंजाब के साथ राज्य की सीमा को सील कर दिया है और दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों पर कंक्रीट के अवरोधक, रेत की बोरियां, कंटीले तार लगाये हैं और दंगा-रोधी वाहन मौजूद रखे हैं। जींद और फतेहाबाद जिलों में पंजाब के साथ लगी राज्य की सीमाओं पर भी इस तरह के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
‘पंजाब और भारत के बीच सीमा मत बनाइए’
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की है कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाने सहित कई मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते 200 से अधिक किसान संगठन 13 फरवरी को दिल्ली तक मार्च करेंगे। सीएम मान ने तरन तारन ने एक सभा को संबोधित करते हुए केन्द्र से किसानों की जायज मांगों को मानने की अपील की। उन्होंने कहा,‘‘ वे हरियाणा में क्या कर रहे हैं, वे पंजाब-हरियाणा सीमा पर कीलें और कंटीले तार लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र से किसानों के साथ बातचीत करने और उनकी जायज मांगों को स्वीकार करने का आग्रह करता हूं। पंजाब और भारत के बीच सीमा मत बनाइए. उन्होंने (हरियाणा सरकार ने) एक सीमा बना दी है।