उदयपुर 11 दिसंबर 2022 : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में उदयपुर में हुए जी-20 शेरपा बैठक के सफल आयोजन पर यहाँ की गई व्यवस्थाओं की सराहना की है और प्रशासन की पीठ थपथपाई है। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जी-20 से संबंधित पहलुओं पर चर्चा के लिए राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उप-राज्यपालों के साथ आज एक वीडियो बैठक की अध्यक्षता करते हुए समीक्षा कर रहे थे। बैठक में राज्य के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत भी उपस्थित थे।
पीएम ने डॉक्युमेंटेशन करने के निर्देश :
इस दौरान प्रधानमंत्री ने उदयपुर में आयोजित प्रथम जी-20 शेरपा बैठक का उदाहरण देते हुए सभी जी-20 आयोजनों के डॉक्युमेंटेशन करने के निर्देश दिए ताकि इसका आगे भी उपयोग किया जा सके। उदयपुर प्रशासन द्वारा यहाँ की गई व्यवस्थाओं का डॉक्युमेंटेशन भी उच्च स्तर पर भेज गया है।
प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता पूरे देश से जुड़ी है और यह देश की क्षमता व्यक्त करने का एक अनूठा अवसर है।प्रधानमंत्री ने टीमवर्क के महत्व पर जोर दिया और विभिन्न जी-20 आयोजनों में राज्यों/संघ शासित प्रदेशों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि जी-20 अध्यक्षता पारंपरिक बड़े महानगरों से परे भारत के विभिन्न हिस्सों को प्रदर्शित करने और इस प्रकार से हमारे देश के हर हिस्से की विशिष्टता को सामने लाने में सहायता करेगी।
भारत की जी 20 अध्यक्षता के दौरान बड़ी संख्या में भारत आने वाले आगंतुकों और विभिन्न आयोजनों पर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के केन्द्रित होने पर प्रकाश डालते हुए, प्रधानमंत्री ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इस अवसर का उपयोग करते हुए स्वयं को आकर्षक व्यवसाय, निवेश और पर्यटन स्थलों के रूप में पुन: प्रस्तुत करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने संपूर्ण-सरकार और संपूर्ण-समाज दृष्टिकोण द्वारा जी-20 आयोजनों में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता को भी दोहराया।
विदेश मंत्री ने भी इस बैठक के दौरान अपना संबोधन दिया और भारत के जी-20 शेरपा ने एक प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री बोले— जी—20 का आयोजन देश के लिए गौरव की बात :
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि आजादी से लेकर आज तक सभी प्रधानमंत्रियों ने भारत के विकास में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता देश के लिए गौरव की बात है। आजादी के बाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने पंचशील सिद्धांत और गुटनिरपेक्ष आंदोलन जैसे वैश्विक कल्याण के विचार दिए। गुटनिरपेक्ष सम्मेलन भी भारत में आयोजित हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 देश की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर दिखाने के लिए यह एक बड़ा मंच है। श्री गहलोत ने कहा कि ये वैश्विक समिट विश्व पर भारतीय संस्कृति की अमिट छाप छोड़ने और आने वाला दशक भारत का दशक हो इस परिकल्पना को साकार करने का बड़ा माध्यम बनने जा रही है।
बैठक में केन्द्र सरकार द्वारा जी-20 समिट के आयोजन पर दिए गए प्रस्तुतीकरण मेें राजस्थान सरकार द्वारा उदयपुर में जी-20 शेरपा बैठक के दौरान की गई व्यवस्थाओं, आतिथ्य, स्थानीय व्यंजनों तथा शेरपाओं के पारम्परिक राजस्थानी तौर-तरीकों से किए गए स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया गया। आयोजन के दौरान शेरपाओं ने राजस्थान में डिजिटल लेन-देन में सूचना प्रौद्योगिकी के बेहतरीन प्रयोग की प्रशंसा की। प्रस्तुतीकरण में कहा गया कि राजस्थान ने जी-20 बैठकों के आयोजन में ऊंचे मापदण्ड स्थापित किए हैं, जो अन्य राज्यों के लिए प्रेरणादायक हैं।
बैठक में राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र, गृहमंत्री श्री अमित शाह, विदेश मंत्री श्री एस. जयशंकर एवं विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और लेफ्टीनेंट गवर्नर उपस्थित रहे।
इस कारण से मेजबानी को मिली सराहना :
जी-20 की अध्यक्षता मिलते ही भारत में सबसे पहला आयोजन उदयपुर में हुआ। प्रथम शेरपा सम्मेलन 4 दिसंबर से 7 दिसंबर तक चला और प्रशासन द्वारा भी डेलीगेट्स को सर्वोत्कृष्ट व्यवस्थाएं देने के लिए दिन-रात एक कर दिए गए। जिला कलेक्टर तारा चंद मीणा ने बताया कि जी-20 उदयपुर में बैठक का निर्णय होने से ही तैयारियां जोर-शोर से शुरू हुई और बैठक के दौरान भी प्रशासन ने सभी व्यवस्थाएं माकूल रही। विदेशी अतिथियों के आगमन से लेकर प्रस्थान तक की व्यवस्थाओं के लिए पहले ही रणनीति बना ली और विदेश मंत्रालय व ईवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए व्यवस्थाओं को अंजाम दिया गया। अतिथियों के स्वागत—सत्कार, मनोरंजन से लेकर सुरक्षा तक के पुख्ता इंतजाम किए गए। तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव, G-20 सचिवालय नई दिल्ली व विदेश मंत्रालय के अधिकारियों सहित संभाग व जिले के आला अधिकारियों ने कई—कई बैठकें ली। नतीजा यह हुआ कि डेलीगेट्स भी जब उदयपुर से विदा हुए तो व्यवस्थाओं की सराहना करते न थके।
उदयपुर प्रशासन की वह तैयारियां जो बनी नजीर:
जिला कलेक्टर तारा चंद मीणा ने बताया कि जी-20 सम्मेलन से पूर्व तैयारियों के संबंध में विभिन्न विभागों यथा पुलिस विभाग, नगर निगम, नगर विकास प्रन्यास सार्वजनिक निर्माण विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सार्वजनिक निर्माण विभाग (एन.एच.) पुलिस विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, एयरपोट ऑथोरिटी आदि की नियमित बैठकें जिला स्तर पर नियमित तौर पर आयोजित की गई।
सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान :
अधिकारियों ने डे—टू—डे मॉनिटरिंग के माध्यम से सड़कों एवं डिवाईडरों की मरम्मत वृक्षारोपण, सड़कों की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, झीलों की सफाई, उचित बोट प्रबन्धन, सुरक्षा व्यवस्था, ट्राफिक मैनेजमेंट आदि पर विस्तृत चर्चा करके व्यवस्थित प्रबन्धन पूर्व में ही सुनिश्चित किया गया। इसी प्रकार शहर के वीआईपी रूट एवं प्रमुख स्थानों पर सड़कों की मरम्मत, वॉल पेन्टिंग, फव्वारे, हॉर्डिंग्स एवं आकर्षक लाइट व्यवस्था सुनिश्चित की गई।एयरपोर्ट से होटल तक के रूट तथा शहर के प्रमुख मार्गों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के उदयपुर से कुम्भलगढ़ एवं रणकपुर से उदयपुर मार्गों की मरम्मत, मीडियन का सौंदर्यकरण, वृक्षारोपण, दीवारों पर सुन्दर चित्रकारी, रोड़ लाईट का रख-रखाव एवं सौंदर्यकरण, सड़क की पटरी मरम्मत, सड़क पर पेवमेन्ट मार्किंग साइनेज रेलिंग पेन्टिंग एवं एयरपोर्ट का सौंदर्यकरण करवाया गया। सड़कों, झीलों एवं शहर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया। सोशियल मीडिया तथा प्रिंट मीडिया के माध्यम से इस सम्मेलन का विस्तृत प्रचार-प्रसार किया गया। सम्मेलन प्रारम्भ होने से पूर्व ही एयरपोर्ट लॉन्ज के सौंदर्यकरण व साफ-सफाई सुनिश्चित की गई।
जी-20 शेरपा बैठक के दौरान भी सजग रहा प्रशासन:
डेलीगेट्स के एयरपोर्ट आगमन पर भव्य स्वागत किया गया एवं इसके पश्चात् किसी प्रकार की असुविधा ना हो इस दृष्टि से समुचित वाहन, सिक्यूरिटी ऑफिसर (पीएसओ), लाईजन ऑफिसर को प्रारम्भ से ही अटैच किया गया एवं उनके प्रस्थान तक यह टीम उनके साथ रही।
एयरपोर्ट से उदयविलास जेटी पर आगमन के समय जेटी पर अधिकारियों की एक टीम निरन्तर उपस्थित रही, जिससे होटल एवं कार्यक्रम स्थल पर आवागमन में किसी तरह की देरी ना हो एवं समय पर उपस्थिति सुनिश्चित हो सके।
सम्मेलन के दौरान शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुत पर्यटन विभाग के माध्यम से की गई, जिससे मेहमान डेलीगेट्स का मनोरंजन हो सके। डेलीगेट्स द्वारा भारतीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बहुत रूचि ली गई। इसके साथ ही शिल्पग्राम में डेलीगेट्स को हेण्डीकाफ्ट, कल्चरल इवेंट एवं बायर्स सेलर्स मीट में भागीदारी करनी थी. जिस हेतु शिल्पग्राम में समुचित साज-सज्जा की गई और डेलीगेट्स के आगमन पर आकर्षक स्वागत की व्यवस्था की गई। इसके साथ ही आगमन से प्रवास तक के मार्ग पर समुचित होर्डिंग्स लगाये गये। होटल्स में ठहराव के दौरान अल्पाहार, लन्च, डीनर आदि की समुचित व्यवस्था की गई एवं होटल्स के कार्मिकों द्वारा डेलीगेट्स से उपयुक्त व्यवहार रखा गया। एयरपोर्ट, ठहराव स्थल एवं यात्रा मार्ग पर पर्याप्त मेडिकल टीम मय एम्बुलेंस नियोजित की गई।