राजस्थान कांग्रेस के सियासी संकट पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चुटकी ले ली। पीएम मोदी राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में उनका आभार जताया, फिर तंज कसते हुए राजनीतिक आपाधापी का जिक्र भी कर दिया। पीएम मोदी ने कहा, 'मैं गहलोत जी का विशेष रूप से आभार व्यक्त करता हूं। इन दिनों राजनीतिक आपाधापी में उनका अनेक संकटों से वो गुजर रहे हैं। उसके बावजूद भी विकास के काम के लिए समय निकालकर के आए। रेलवे कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मैं उनका स्वागत भी करता हूं, अभिनंदन भी करता हूं।' मोदी के इस तंज को बड़ी सियासी चाल बताया जा रहा है। जहां गहलोत सरकार और कांग्रेस संगठन की ओर से पायलट के बगावती तेवरों को नजरअंदाज करते हुए अंदरुनी मामला बताया जाता रहा है। वहीं पीएम मोदी ने बड़े मंच से इसे 'संकट' करार देते हुए राजनीतिक अस्थिरता को खुलेआम जाहिर कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषक इसे जनता के सामने कांग्रेस के खिलाफ बड़ी चाल बता रहे हैं। यही कारण है कि सीएम गहलोत ने पीएम के इस वक्तव्य का ट्वीटर पर जवाब देते हुए कहा-
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी मुझे दुख है कि आज आपने मेरी मौजूदगी में 2014 से पूर्व के रेल मंत्री गणों श्री लाल बहादुर शास्त्रीश्री जगजीवन राम, सरदार स्वर्ण सिंह, श्री गुलजारीलाल नंदा, श्री के हनुमानथैया, श्री ललित नारायण मिश्र, श्री कमलापति त्रिपाठी, श्री मधु दंडवते, श्री पीसी सेठी, श्री ए बी ए गनी खान चौधरी, श्रीमती मोहसिना किदवई, श्री माधव राज सिंधिया, श्री जॉर्ज फर्नांडिस, श्री जनेश्वर मिश्र, श्री सी के जाफर शरीफ श्री राम विलास पासवान, श्री नीतीश कुमार, श्री रामविलास पासवान, सुश्री ममता बनर्जी, श्री मल्लिकार्जुन खरगे से सभी के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बोलना दुर्भाग्यपूर्ण है।
रेलवे का महत्व कम करने का प्रयास तो आपने अपने कार्यकाल में अलग रेलवे बजट को समाप्त कर दिया है।आज अगर आधुनिक ट्रेन चल पा रही है क्योंकि डॉ मनमोहन सिंह जी ने वित्त मंत्री के रूप में 1991 में आर्थिक उदारीकरण किया और नई तकनीक को भारत में विकसित होने का अवसर दिया । पूरी दुनिया में समय के साथ टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट हुए हैं , जिनमें भारत में भी नई तकनीक आई है और रेलवे में सुधार हुए। उचित नहीं है कि रेलवे में विकास कार्य 2014 के बाद ही हुए हैं।
आज आप का भाषण पूरी तरह 2024 के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया है एवं यह भारतीय जनता पार्टी के चुनावी एजेंडे के रूप में था। मेरा मानना है कि आपकी ऐसी टिप्पणी प्रदेशवासियो एवं देशवासियों के गले नहीं उतरेगी।