पाकिस्तान के विदेश सचिव साइरस सज्जाद काजी ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि उनके पास पाकिस्तानी धरती पर दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या में भारतीय अधिकारियों की संलिप्तता के "पुष्ट सबूत" हैं।
पाकिस्तान के ये आरोप ऐसे समय में आए हैं जब कनाडा और अमेरिका दोनों ने अलग-अलग भारतीय एजेंटों पर अपनी धरती पर जानलेवा हमलों में शामिल होने का आरोप लगाया है। साइरस सज्जाद क़ाज़ी ने कहा कि भारतीय एजेंट योगेश कुमार सियालकोट में पाकिस्तानी नागरिक शाहिद लतीफ़ की हत्या में शामिल पाए गए, जबकि लोकेश कुमार पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के रावलकोट इलाके में मुहम्मद रियाज़ की हत्या में शामिल पाए गए।
साइरस सज्जाद ने कहा कि भारतीय अधिकारी योगेश कुमार राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले हैं, जबकि एक अन्य भारतीय एजेंट अशोक कुमार का जन्म कर्नाटक के कोलिया गांव में हुआ था। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा योगेश कुमार और अशोक कुमार की पहचान का विवरण भी जारी किया गया।
पाकिस्तान के इस आरोप के बाद अब भारत सरकार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह पाकिस्तान का लेटेस्ट प्रोपेगैंडा है। भारत ने पाकिस्तान के उस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है कि दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या में भारतीय एजेंसियों का कोई हाथ है। इसके साथ ही भारत ने पड़ोसी देश को यह भी याद दिलाया कि वह हमेशा से आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश रहा है। उसने जो बोया है, वही काटेगा।
भारत की यह सख्त प्रतिक्रिया तब आई जब गुरुवार को पाकिस्तान विदेश सचिव मुहम्मद सज्जाद काजी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में यह आरोप लगाया कि उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि पिछले वर्ष जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों की हत्या भारतीय एजेंटों ने करवाई है। अपने आरोप को सही साबित करने के लिए पाकिस्तान के विदेश सचिव ने भारत स्थित कई इटंरनेट मीडिया हैंडलों का सहारा लिया, जिसमें इन हत्याओं को भारतीय एजेंसियों का काम बताते हुए जश्न मनाया गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि हमने पाकिस्तान की मीडिया में वहां के विदेश सचिव के हवाले से दी गई कुछ रिपोर्टों को देखा है। यह पाकिस्तान की तरफ से भारत के खिलाफ प्रोपगेंडा (दुष्प्रचार) चलाने की नई कोशिश है। हम सब जानते हैं कि पाकिस्तान लंबे समय से वैश्विक आतंकवाद, संगठित अपराध और गैरकानूनी अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों का केंद्र रहा है।भारत व दूसरे कई देशों ने पहले चेतावनी दी है कि वह आतंकवाद की अपनी संस्कृति से खत्म हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान का अपनी गलतियों के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराना न तो न्यायसंगत है और न ही इससे कोई समाधान निकलेगा।