जयपुर, 28 जुलाई। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल (आरएसपीसीबी) द्वारा सोमवार को भवन निर्माण के हितधारकों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह आयोजन सेन्ट्रल फॉर एक्सीलेंस फॉर रेवेन्यू रिसर्च एंड एनालिसिस के सभागार में हुआ, जिसमें आरएसपीसीबी अध्यक्ष डॉ. रवि कुमार सुरपुर उपस्थित रहे। कार्यशाला में भवन कंस्ट्रक्शन एवं डिमोलिशन के दौरान होने वाली पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने के उपायों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गये।
डॉ. सुरपुर ने अपने उद्बोधन में बताया कि पर्यावरण, विकास और स्थिरता को साथ लेकर चलना मंडल का प्रमुख कार्य है। इस दिशा में विभिन्न हितधारकों को ध्यान में रखते हुए कार्यशालाओं का नियमित आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन कार्यशालाओं का मुख्य उद्देश्य व्यावहारिक समस्याओं का समाधान करना एवं संबंधित विषयों पर विशेषज्ञों से चर्चा करना है।
अध्यक्ष, आरएसपीसीबी ने बताया कि मंडल माननीय मुख्यमंत्री की भावना और निर्देश के अनुक्रम में राजस्थान में "ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस" की दिशा में अपनी सार्थक भूमिका निभा रहा है। राज्य सरकार उद्योगों के विकास को प्रोत्साहित करते हुए निवेशकों की समस्याओं के त्वरित समाधान में सहयोग प्रदान कर रही है। इसी के तहत मंडल भी उद्योग प्रतिनिधियों के साथ मिलकर ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, जिसमें विकास और पर्यावरण संरक्षण दोनों को समान महत्व दिया जाता है।
कार्यशाला में आरएसपीसीबी के सदस्य सचिव श्री एस पी सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान भवन निर्माण से जुड़ी क्रेडाई संगठन के पदाधिकारीगण, आशियाना, मंगलम, नाकोडा भैरव आदि बिल्डर्स के प्रतिनिधिगण, जेडीए, नगर निगम आदि विभागों के अधिकारीगण सहित मंडल के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यशाला में श्री रजनीश जैन, श्री अतुल शर्मा, डॉ. शिवराज ढाका व डॉ. संदीप श्रीवास्तव जैसे विषय विशेषज्ञों के व्याख्यान हुए। सभी उपस्थित संगठन के पदाधिकारीगण तथा बिल्डर्स के प्रतिनिधिगण ने राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्ड़ल द्वारा बिल्डर्स और विभाग के मध्य किए गए संवाद कार्यक्रम की सराहना की तथा वर्तमान परिपेक्ष्य में इसकी आवश्यकता पर बल दिया।