जयपुर, 27 जुलाई। हरियाली तीज के अवसर पर कोटपूतली बहरोड में रविवार को हरियालो राजस्थान अभियान के तहत द्वितीय जिला स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन राज्यमंत्री, राजस्व, उपनिवेशन एवं सैनिक कल्याण विभाग, राजस्थान सरकार एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री विजय सिंह चौधरी के मुख्य आतिथ्य में कृषि महाविद्यालय, पाथरेडी में किया गया।
प्रभारी मंत्री ने कार्यक्रम संबोधन के दौरान सभी को हरियाली तीज की हार्दिक शुभकानाएं देते हुए कहा कि आज राजस्थान सरकार सुशासन और विकास के मूलमंत्र पर चलते हुए हर वर्ग तक पहुँच रही है। माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा आमजन से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता दे रहे हैं। राजस्थान की पहचान लंबे समय तक एक रेगिस्तानी और जल-संकटग्रस्त राज्य के रूप में रही है लेकिन अब इस छवि को बदलने का संकल्प मुख्यमंत्री ने लिया है ,बरसो से अटकी ईआरसीपी योजना को माननीय मुख्यमंत्री ने धरातल पर उतार कर प्रदेश के भागीरथ बने हैं। उनका नेतृत्व पर्यावरणीय चेतना को केवल नीति तक सीमित नहीं रख रहा, बल्कि उसे जन-आंदोलन का रूप दे रहा है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, हरियालो राजस्थान।
श्री सिंह ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान से प्रेरणा लेते हुए राज्य सरकार ने ‘हरियालो राजस्थान’, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान शुरू किया। प्रदेश में पिछले मानसून में 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं और इस वर्ष 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। वहीं अभियान के तहत जिला कोटपुतली-बहरोड़ में विभागवार 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वन विभाग कोटपुतली-बहरोड़ द्वारा विभिन्न नर्सरियों में 15.44 लाख के लगभग पौधों को तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि जिले ने हरियालों राजस्थान में जनसहयोग से करीब 6 लाख पौधरोपण का लक्ष्य अर्जित कर लिया है एवं प्रति दिन यह आंकड़ा अपने लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ता जा रहा है और हरियाली तीज के शुभ अवसर पर आज जिले में विभिन्न स्थानों पर लक्ष्यानुरूप एक दिवस में 3 लाख पौधे लगाए जाने की दिशा में कार्य हो रहा है। उन्होंने आमजन से भी अभियान में शामिल होते हुए अधिकाधिक वृक्षारोपण कर उनकी देखभाल करने की अपील करते हुए कहा कि मरू राजस्थान को हरियाला राजस्थान बनाना है।
कार्यक्रम के दौरान विधायकगणों, प्रभारी सचिव एवं जिला कलेक्टर ने कार्यक्रम संबोधन के दौरान आमजन को पेड़ों की अहमियत बताते हुए अधिकाधिक वृक्षारोपण करने और उनकी नियमित देखभाल करने को कहा। उन्होंने कहा कि वृक्षों पर हमारा भविष्य टिका है, शुद्ध वायु हमारे स्वास्थ्य का आधार है और वृक्ष ही ऑक्सीजन का आधार, इसलिए इनकी देखभाल एक बच्चे की देखभाल के जैसे करें।
कार्यक्रम के दौरान प्रभारी मंत्री एवं मुख्य अतिथियों द्वारा विधिविधान से वृक्ष पूजा कर वृक्षारोपण का कार्य कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं ने परंपरागत लहरिया परिधान धारण किया एवं बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान परिसर में करीब 1500 से 2 हजार पौधे लगाए एवं कचनार, बहेड़ा, आंवला, सिंदूर, अर्जून, नीम, पीपल आदि के वृक्ष लगाकर हर्बल गार्डन विकसित किया गया। कार्यक्रम का संचालन चिकित्सा नोड़ल अधिकारी रविकांत जांगीड़ ने किया।
जिला स्तरीय वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के अंतर्गत निक्षय पोषण किट वितरण अभियान का शुभारंभ भी किया गया।यह अभियान 27 से 31 जुलाई तक चलेगा। जिसमें निक्षय मित्र बनाकर टीबी के रोगियों को पौष्टिक आहार एवं पोषण सहायता के लिए निक्षय पोषण किट वितरित किए जाएंगे|