जयपुर, 6 जुलाई। भारतीय राजनीति के दूरदर्शी चिंतक, अद्वितीय राष्ट्रनायक एवं एकात्म राष्ट्रवाद के प्रणेता डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर रविवार को जल संसाधन मंत्री एवं पुष्कर विधायक श्री सुरेश सिंह रावत ने पुष्कर स्थित गंगेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर श्रद्धांजलि अर्पित की। गंगेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात सामूहिक रूप से डॉ. मुखर्जी के विचारों पर चर्चा की गई एवं राष्ट्रहित में उनके योगदान को याद किया गया।
इस अवसर पर मंत्री श्री रावत ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. मुखर्जी के जीवन और राष्ट्र के लिए उनके योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि भारत की आत्मा के रक्षक थे। उन्होंने एक देश-एक विधान-एक निशान के सिद्धांत को साकार करने हेतु अपने प्राणों की आहुति दी। उनका राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत जीवन हम सभी जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और नागरिकों के लिए प्रेरणा का अक्षय स्रोत है।
श्री रावत ने उपस्थित कार्यकर्ताओं और युवाओं से आह्वान किया कि वे डॉ. मुखर्जी के सिद्धांतों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दें। उन्होंने कहा कि आज जब देश आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक गौरव की दिशा में बढ़ रहा है, तब डॉ. मुखर्जी जी के विचार और संघर्ष और भी अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं। कार्यक्रम का समापन वन्दे मातरम के घोष एवं भारत माता की जयकारों के साथ हुआ।