नई दिल्ली ,21 जुलाई 2022 : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर एक बार फिर भाजपा को आड़े हाथों लिया है। अशोक गहलोत ने फिर कहा है कि उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों संग भाजपा नेताओं का कनेक्शन था। गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेता ने आरोपी को छुड़ाने के लिए दो बार थाने में फोन किया था। भाजपा नेताओं के कनेक्शन की एनआईए को जांच करनी चाहिए। सीएम गहलोत ने आज एआईसीसी मुख्यालय दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि कन्हैयालाल की हत्या के अभियुक्तों की भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आईं। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के साथ तस्वीरें आई है। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने की भी तस्वीरें आई है। यह एनआईए के लिए भी जांच का विषय है कि किस हद तक उनका कनेक्शन था, कितना कर्मठ कार्यकर्ता था /है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उदपुर घटना के दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस बीच रातों रात एनआईए ने केस अपने हाथ में ले लिया। हमने इसका विरोध नहीं किया, क्योंकि एनआईए राष्ट्रीय जांच एजेंसी है। देश के अन्य राज्यों में भी उदयपुर जैसी घटनाएं हुई है। लेकिन एनआईए ने वहां जांच अपने हाथ में नहीं ली।
भाजपा नेता ने आरोपियों को बचाने थाने में किया था फ़ोन
सीएम ने कहा कि जब अभियुक्तों पर थाने में एफआईआर दर्ज हो रही थी तो थाने में फोन करने वाले भी कोई बीजेपी नेता ही थे। उन्होंने पुलिस से कहा, ये हमारे कार्यकर्ता हैं, इन्हें तंग मत करो। इसका मतलब वो उनके संपर्क में रहा। कितना संपर्क में रहा है, किस हद तक उनकी दोस्ती थी, सदस्यता थी? कितना कर्मठ उनका कार्यकर्ता था? किस रूप में था? ये तो एनआईए ही पता लगा सकती।
एनआईए को भाजपा नेताओं के कनेक्शन की जांच करनी चाहिए
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम एनआईए के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। अगर इसका नेशनल इंटरनेशनल लेवल पर संपर्क हो सकता है तो एनआईए को जांच करनी चाहिए। एसओजी इसकी जांच कर रही है। गहलोत ने इस पूरे मामले में सरकार की तरफ से हर संभव सहयोग करने का दावा किया। वहीं, उन्होंने आगे की जांच के लिए एनआईए को जिम्मेदार बताया है।