उत्तराखंड के हल्द्वानी जेल में 54 कैदी ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस यानि HIV वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। सुशीला तिवारी अस्पताल के ART केंद्र प्रभारी डॉ. परमजीत सिंह ने कहा कि 54 कैदियों सहित एक महिला कैदी भी एचआईवी पॉजिटिव पाई गई है।
उधर एचआईवी संक्रमित कैदियों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। कैदियों के इलाज के रोगियों के लिए एक एआरटी (एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी) केंद्र बनाया गया है, जहां संक्रमितों का इलाज किया जाता है। वहीं जेल में लगातार कैदियों की जांच की जा रही है।
वहीं हल्द्वानी के उप कारागार (Haldwani Jail) में एक साथ 54 कैदियों के एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने के मामले में अब एक नई बात सामने आ रही है। जेल अधीक्षक का इस मामले में कहना है कि एनडीपीसी एक्ट में निरुद्ध अधिकांश कैदी पहले से स्वयं ही इंजेक्शन से नशा लेने के आदी थे। जेल में लाये जाने से पूर्व ही ये एचआईवी संक्रमित थे।उन्होंने कहा है कि हल्द्वानी जेल में एक साथ 54 बंदी एचआईवी रोग से संक्रमित नहीं हुए हैं बल्कि कैदियों की यह संख्या अलग-अलग समय पर एचआईवी जांच में संक्रमित बंदियों की कुल संख्या है। बताया कि यह कैदी सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल हल्द्वानी के एआरटी सेंटर में पंजीकृत हैं और इनका इलाज चल रहा है। इनमें से कुछ बंदी तो कारागार में आने से पहले से ही एआरटी सेंटर में पंजीकृत थे। एआरटी सेंटर से इन लोगों का इलाज पहले से ही चल रहा था।