मोदी सरकार ने एपीआई/मेडिसिन निर्माताओं के लिए दवाओं/एपीआई उत्पादों पर सभी विवरणों के साथ क्यूआर कोड रखना अनिवार्य कर दिया है। अब एक स्कैन पर ग्राहक को दवाओं के साथ शिपिंग विवरण, बैच, लाइसेंस संख्या और आयात लाइसेंस के बारे में सब कुछ पता चल जाएगा।
मोदी सरकार ने दवाओं के बनाने में इस्तेमाल होने वाले एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट्स (API) पर क्यूआर कोड (QR Code) लगाना अनिवार्य कर दिया है।इससे असली और नकली दवा की पहचान महज चंद सेकेंडों में की जा सकेगी। ग्राहक अब किसी भी दवा पर मौजूद क्यूआर कोड को मोबाइल से स्कैन कर इसकी हकीकत के बारे में आसानी से जान सकेंगे। नया नियम अगले साल 1 जनवरी, 2023 से लागू हो जाएगा।