नई दिल्ली,18 जनवरी 2022 : सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा आयोजित दावोस समिट को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। अचानक ही प्रधानमंत्री ने बोलना रोक दिया। ट्विटर पर वायरल वीडियो के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने WEF में अपना भाषण शुरू कर दिया था, अचानक पीएम बोलते बोलते रुक गए और अपनी बायीं ओर देखने लगे। फिर पीएम वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के चेयरमैन क्लॉस शेवाब से पूछते हैं कि-
“क्लॉस शेवाबजी, ठीक से सुना रहा है? और हमारे इन्टर्प्रटर (अनुवादक) की आवाज भी पहुंच रही है सबको?”
इस पर चेयरमैन क्लॉस जवाब देते हैं कि
“आवाज आ रही है, हम आपको सुन सकते हैं मिस्टर प्राइम मिनिस्टर।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुए अन्य वीडियो में बैकग्राउंड में एक व्यक्ति की कुछ आवाज सुनाई दे रही है। ये व्यक्ति भाषण के बीच में पीएम से कहता है
“सर उनसे आप एक बार पूछें कि सब जुड़ गए क्या?”
इसके बाद पीएम मोदी (Modi) अपने एक कान में ईयरपीस जैसा कुछ लगाते हैं और WEF के चेयरमैन क्लॉस शेवाब से पूछते हैं. कि क्या उनकी आवाज आ रही है और क्या अनुवादक की आवाज भी साफ सुनाई दे रही है। क्लॉस शेवाब कहते हैं आवाज आ रही है. जिसके बाद वो पीएम ने करीब आधे घंटे तक इस सम्मेलन को संबोधित किया।
बाद में पीएम मोदी फिर से अपना संबोधन शुरु से शुरू करते हैं, उन्होंने करीब आधे घंटे तक वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (WEF ) को संबोधित भी किया।
दरअसल या तो ये कार्यक्रम को तकनीकी रूप से संपन्न करवाने वाले कोर्डिनेटर की गलती हो सकती है या नेटवर्क के खराब होने जैसी अन्य तकनीकी गलती की। दूसरी ध्यान देने वाली बात ये है कि दावोस समिट के ऑनलाइन संबोधन के दौरान चूँकि मोदी हिंदी में भाषण दे रहे थे लेकिन उसका इंग्लिश अनुवाद भी दावोस समिट में लाइव नहीं दिख रहा था। कुछ देर के सम्बोधन के बाद ही इंग्लिश अनुवाद दिखायी दिया। इससे सम्भावना है कि भाषण देते वक्त मोदी को लगा हो कि कही कोई तकनीकी गड़बड़ तो नहीं हो रही है।
बाद में इस घटना पर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते अपने ट्वीट में बिना किसी का नाम लिए या घटना का ज़िक्र किए बगैर लिखा है कि इतना झूठ तो टेलीप्रॉम्पटर भी नहीं झेल पाया।
इतना झूठ Teleprompter भी नहीं झेल पाया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 18, 2022
इसके बाद सोमवार देर शाम को सोशल मीडिया पर अचानक प्रधानमंत्री का यह वीडियो वायरल होने लगा। यूजर्स प्रधानमंत्री मोदी के इस वीडियो को लेकर तरह तरह की टिप्पणियां करने लगे। प्रधानमंत्री मोदी के बचाव में कुछ लोगों ने तर्क दिया कि ऐसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ। लेकिन ज्यादातर लोग प्रधानमंत्री की लड़खड़ाई ज़ुबान को लेकर तंज कसते रहे।
सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने पूरी घटना के सम्बन्ध में वीडियो जारी करते हुए दूध का दूध और पानी का पानी भी कर दिया।
What really happened at PM Modi's speech at WEF session. pic.twitter.com/afl6Xf6yas
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) January 18, 2022
विपक्ष समेत कई लोग ये कहकर पीएम मोदी (MODI) की आलोचना करने लगे कि वे टेलीप्रॉम्प्टर से देखकर भाषण पढ़ रहे थे। टेलीप्रॉम्प्टर एक स्क्रीन होती है, जिस पर भाषण लिखा हुआ आता है, जिसे पढ़कर नेता और ऐंकर वग़ैरह अक्सर अपने भाषण देते हैं।