उदयपुर अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर ओढ़ा ब्रिज ब्लास्ट मामले में पिछले दो दिनों में डूंगरपुर जिले से लगातार दो जगहों से भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने के बाद राजस्थान पुलिस न केवल डूंगरपुर और उदयपुर में गहन सर्च अभियान चला रही है, वरन संपूर्ण राजस्थान में अलर्ट जारी किया गया है । इसके साथ ही पूरे राज्य के अलग-अलग जिलों में बदमाशों की धरपकड़ के अभियान के साथ खुफिया नेटवर्क को एक्टिवेट किया गया है, जो पर्दे के पीछे रहने वाले स्लीपर सेल के आदमियों को खंगालने में जुट गए हैं। इस धरपकड़ अभियान में राजस्थान एटीएस और एसओजी स्थानीय पुलिस के साथ कोऑर्डिनेट कर लगातार राजस्थान के कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही है। इसके लिए डीजीपी उमेश मिश्रा केंद्र देशों पर बेस्ट ऑफिस उसको फील्ड में लगाया गया है और पुलिस मुख्यालय से लगातार नजर रखी जा रही है और दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं।
उदयपुर में रेलवे ट्रैक ब्लास्ट मामले में स्थानीय पुलिस के साथ एनएसजी, एनआईए और सेंट्रल आईबी की टीम विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। दूसरी ओर राजस्थान एटीएस, इंटेलिजेंस और रेलवे पुलिस मिलकर सुरागों की तह पर जाने का प्रयास कर रही हैं । घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों की कुंडली निकाली जा रही है और लोगों से पूछताछ की जा रही है।
वहीं केंद्रीय एजेंसियों के जांच के रडार पर कई विषय हैं। हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई पर लगाया गया प्रतिबंध और प्रतिबंध लगाने के बाद अंडर ग्राउंड हुए लोगों और स्लीपर सेल के बारे में जहां जानकारियां जुटाई जा रही हैं ,तो वही घटनाक्रम का कनेक्शन मध्य प्रदेश के अलसुफ़ा जैसे आतंकी संगठन से जोड़कर भी देखा जा रहा है । आपको बताते चलें कि जयपुर दहलाने की साजिश में इसी साल चित्तौड़गढ़ से कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके साथ ही घटनाक्रम का नक्सली लिंक भी देखा जा रहा है।