उदयपुर ,10 जुलाई 2022 : राजस्थान के उदयपुर में सिर कलम किए जाने की जघन्य वारदात के तार अब कट्टरपंथी इस्लामी संगठन SDPI से जुड़ रहे हैं। राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती में ISIS स्टाइल में हुई हत्या के बाद अब जांच एजेंसियां अलग-अलग एंगल से पड़ताल कर रही हैं। जांच के दौरान इन दोनों ही हत्याओं में एक कनेक्शन का खुलासा हुआ है।
आपको बताते चले कि ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ एक राजनीतिक मोर्चा है, जो कि PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) नामक कट्टरवादी संगठन को संरक्षण प्रदान करता है। उदयपुर वाले मामले में सातवें आरोपित फरहाद मोहम्मद उर्फ़ बाबला को गिरफ्तार किया गया है। PFI ने नूपुर शर्मा के खिलाफ रैली भी की थी।
आशंका जताई जा रही है कि 20 जून, 2022 को नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ निकाली गई एक PFI की रैली के दौरान कन्हैया लाल तेली की हत्या की साजिश रची गई थी। इस बात को भी एक सूबत के तौर पर देखा जा रहा है कि उदयपुर में हत्या की साजिश नूपुर शर्मा के खिलाफ पीएफआई द्वारा किये गये एक रैली के बाद रची गई थी। यह रैली 20 जून को निकाली गई थी। उदयपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपित रियाज 2019 में ही SDPI में शामिल हो गया था। इतना ही नहीं, वो इस संगठन का सक्रिय सदस्य भी था। पूछताछ में आरोपित बाबला ने भी कबूल किया है कि वो SDPI और PFI जैसे संगठनों से जुड़ा हुआ है।