26 नवम्बर 2022 : राजस्थान का अलवर जिला सेक्सटॉर्शन के गढ़ के रूप में तेजी से बदनाम होता जा रहा है। जहां सेक्सटॉर्शन, हनीट्रैपिंग और ब्लैकमेलिंग के मामले के लगातार सामने आ रहे हैं। इसके अलावा राजस्थान के उदयपुर शहर से भी पिछले 15 दिनों में सेक्सटॉर्शन के दो मामले सामने आए है। ये तो केवल उन लोगों की संख्या है,जो हिम्मत दिखा कर पुलिस के पास पहुँचे है,वर्ना केसों की संख्या ओर भी ज्यादा हो सकती है क्योंकि लोग लोक-लाज के डर से पुलिस के पास जाने से कतराते हैं।
देश में कई सेक्सटॉर्शन अपराधों के कथित मास्टरमाइंड को हाल में पुणे पुलिस ने राजस्थान के अलवर जिले के गोथरी गुरु गांव से गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान अनवर खान के रूप में की गई है, जो पुणे के एक 19 साल के लड़के को ब्लैकमेल करने से जुड़े मामले में शामिल था। बताया जाता है कि एक महिला द्वारा ब्लैकमेल किए जाने के बाद पुणे के उस लड़के ने आत्महत्या कर ली थी।
पुणे पुलिस ने अनुसार आरोपी अनवर खान मृतक युवक को सेक्सटॉर्शन मामले में ब्लैकमेल कर रहा था, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली। 19 वर्षीय किशोर ने ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। लड़के की बहन ने थाने में मामला दर्ज करवाया था।
पुणे पुलिस के अनुसार पुणे का दत्तवाड़ी क्षेत्र निवासी युवक को ऑनलाइन ठगों की ओर से परेशान किया जा रहा था। उसने ठगों को 4500 रुपये भी दिए, लेकिन इसके बाद भी वो उसे धमकाते रहे। साथ ही और पैसों की डिमांड करते रहे। इस बात से तंग आकर उसने 28 सितंबर को आत्महत्या कर ली।
मामले की जांच करते हुए पुणे पुलिस को क्लू मिला कि गिरोह के तार राजस्थान के धौलपुर जिले के एक गांव से जुड़े हैं। इस पर पुणे पुलिस का एक दल राजस्थान के उस गांव तक पहुंचा और गांव पहुंचने पर उन्हें पता चला कि पुलिस ड्रेस में गांव में घुसकर अपराधियों को गिरफ्तार करना टेढ़ी खीर हो सकता है क्योंकि गांव के ज्यादातर लोग इसी तरीके के अपराध में शामिल है। सूत्रों के अनुसार गांव में 500 घर हैं और लगभग सभी घरों से सेक्सटॉर्शन का गंदा खेल किया जा रहा है। उसके साथ पुलिस को यह भी पता पड़ा कि सेक्सटॉर्शन के साथ अन्य ऑनलाइन अपराध करने के लिए गांव में बाकायदा युवक-युवतियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाती है ।
इस पर पुलिस ने सादी वर्दी में गांव में प्रवेश किया और अपराधी के घर तक पहुंचे। अपराधी के घर पहुंचने पर वहां पर पुलिस के साथ हाथापाई की गई और इसी हाथापाई में तीन लोग मौके से भाग भी खड़े हुए। मामले में राजस्थान के अलवर जिले के गोथरी गुरु गांव से अनवर सुबन खान (29) को गिरफ्तार किया है। अनवर इस पूरे सेक्सटॉर्शन मामले का मास्टरमाइंड है।
जब मामले की गहनता से जांच की गई तो पता चला कि इस सेक्सटॉर्शन के रैकेट में कई लोग शामिल हैं। इनमें से मुख्य आरोपी युवक को परेशान कर पैसों की मांग कर रहा था। साइबर पुलिस के मुताबिक रैकेट में शामिल महिलाएं पुरुषों को टारगेट करती हैं। मैसेजिंग ऐप से जुड़कर उन्हें फंसाया जाता है। पीड़ित भी प्रोफाइल पिक्चर में महिला को देखकर चकमा खा जाते और आसानी से उनका शिकार बन जाते हैं। इसके बाद निजी फोटो और वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऐंठे जाते हैं।
अब तक सेक्सटॉर्शन गैंग से जुड़ी ज्यादातर गिरफ्तारियां राजस्थान के शहरों जैसे भरतपुर और अलवर, हरियाणा के नूंह और मेवात और यूपी के मथुरा से हुई हैं। सेक्सटॉर्शनिस्ट या सीधे शब्दों में कहें तो इंटरनेट ब्लैकमेलर युवाओं को ‘भड़काऊ’ सामग्री ऑनलाइन भेजते हैं।वे अक्सर फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर युवा लड़की बनकर लोगों को शिकार बनाते है।
कैसे काम करते है सेक्सटॉर्शन के रैकेट
सेक्स्टॉर्शन रैकेट में आमतौर पर कई लोग शामिल होते हैं। इन लोगों का काम होता है- विक्टिम को फंसाने में मास्टरमाइंड की मदद करना। गिरोह में से एक पीड़ित की पहचान करता है और न्यूड वीडियो बनाने के लिए उससे चैट करता है और बाद में फिरौती के लिए उन्हें धमकी देता है।
वहीं दूसरे ग्रुप के लोग इस तरह के अपराध करने के लिए सिम कार्ड देते हैं और फिर कुछ ऐसे बैंक खाते तैयार करते हैं जहां फिरौती की रकम जमा की जाती है। पुलिस के मुताबिक कुछ अन्य लोग पीड़ित की निजी जानकारी, फोटोग्राफ या फिल्म बनाने में लगे होते हैं ताकि बाद में पैसे वसूलने के लिए उनका इस्तेमाल किया जा सके।
एजेंटों के अकाउंट में डलवा देते हैं सेक्सटॉर्शन गिरोह के ठग पैसा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेक्सटॉर्शन और ऑनलाइन ब्लैक मेलिंग के धंधे में जुड़े लोग बड़े ही शातिर होते हैं। ये लोग अन्य किसी ऐसे गरीब व्यक्ति के अकाउंट में पैसा डलवा ते हैं, जिसकी कोई अपराधिक पृष्ठभूमि नहीं होती है और एक बार पैसा एकाउंट में आने के बाद एजेंटों को उनका कमीशन देकर सारा पैसा यह गिरोह हथिया लेते हैं। इसके साथ ही धौलपुर में ऑपरेटेड सेक्सटॉर्शन गिरोह के गांव के बाहर कुछ युवक हमेशा बैठे रहते हैं और किसी भी तरीके की जांच एजेंसी के कर्मचारियों के पहुंचने पर गांव के अंदर तुरंत सूचना दे देते हैं।
कैसे फंसाते है ठग अपने जाल में ?
सबसे पहले ठग अपनी गैंग की लड़की के मार्फ़त लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती के झाल में फंसाते है। ज्यादातर सेक्सटॉर्शन करने वाली ठगी की गैंग सोशल मीडिया की पोस्ट के मार्फत शिकार के पैसे देने की क्षमता का आंकलन कर लेती है और ऐसे लोगों को शिकार बनाने के लिए लड़की विश्वास कायम कर वीडियो कॉल कर देखने की रिक्वेस्ट करती है। कई मामलों में सीधे भी अंजान नंबर से वीडियो कॉल किये जाते है और कॉल स्वीकार करते ही पहले से निर्वस्त्र ठगी करने वाली लड़की आपका रिएक्शन वीडियो स्क्रीन रिकॉर्डर के मार्फ़त रिकॉर्ड कर लेती है। उसके बाद पैसे वसूलने के लिए ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू किया जाता है। स्कैमस्टर वीडियो का इस्तेमाल जबरन वसूली के लिए करता है, इसे साझा करने से बचाने के एवज में मोटी रकम की मांग करता है।
इंटरनेट पर रिपोर्ट की गई कई घटनाओं ने हाल ही में इसे उजागर किया है. ज्यादातर समय, स्कैमस्टर पुरुष यूजर्स को टारगेट करते हैं और स्ट्रिपिंग दिखाने के लिए दूसरी तरफ एक महिला का उपयोग करते हैं। चूंकि वीडियो कॉल रिसीव करते ही फ्रंट कैमरे स्वतः ही चालू हो जाता हैं, इस कारण स्कैमस्टर पूरी बात को तुरंत रिकॉर्ड कर लेते हैं और पीड़ित को इसे सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं।
कैसे बचें ऐसे मामलों से ?
- ऐसे मामलों से बचने का सबसे प्रभावी उपाय ये है कि आपको किसी भी अंजान कॉलर का सोशल मीडिया वीडियो कॉल रिसीव ही नहीं करना चाहिए। जैसे ही आप अनजान नंबर का वीडियो कॉल उठाएँगे तो ठगी का शिकार होने का खतरा बना रहेगा।
- कभी भी किसी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती स्वीकार न करे और न ही अपने नंबर सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।
- अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल को लॉक कर ऐसे मोड़ (प्राइवेट मोड) पर रखें, जहां आपके एप्रूव्ड यूजर ही आपकीं पोस्ट देख सके।
- अपना फ़ोन बच्चों के हाथों में देने से बचे या परिवार जनों को हिदायत दे कि कभी किसी अनजान नंबर से वीडियो कॉल रिसीव न की ज़ाय।
- ज्यादातर मामलों में आपकीं सावधानी ही सेक्सटॉर्शन के मामलों में ब्लैकमेलिंग का शिकार होने से आपकों बचा सकती है।