भारत की S-400 वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तानी हमले को किया नाकाम ,अमृतसर एयरबेस पर हमले की कोशिश नाकाम, गुजरांवाला और सियालकोट में कई पाक जेट ढेर
नई दिल्ली/अमृतसर, 8 मई 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है, और ताजा खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी वायुसेना ने पंजाब के अमृतसर एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन भारत की अत्याधुनिक S-400 वायु रक्षा प्रणाली ने इस हमले को न केवल नाकाम कर दिया, बल्कि कई पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को भी मार गिराया। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस कार्रवाई में लगभग 10 पाकिस्तानी जेट्स, जिनमें JF-17 थंडर और F-16 फाल्कन शामिल हैं, गुजरांवाला और सियालकोट सेक्टर में ढेर हो गए।
क्या हुआ था हमले के दौरान?
सूत्रों के अनुसार, बुधवार देर रात और गुरुवार तड़के पाकिस्तानी वायुसेना के कई लड़ाकू विमानों ने भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की। उनका मकसद अमृतसर के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण वायुसेना अड्डे को निशाना बनाना था, जो भारतीय वायुसेना की पश्चिमी कमान का एक प्रमुख केंद्र है। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तानी जेट्स ने सियालकोट और गुजरांवाला के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की।
लेकिन भारत की S-400 वायु रक्षा प्रणाली, जिसे रूस से खरीदा गया है और जो अपनी लंबी दूरी की मारक क्षमता के लिए जानी जाती है, ने इन जेट्स को तुरंत रडार पर पकड़ लिया। इसके बाद, S-400 ने अपनी मिसाइलों से इन जेट्स को निशाना बनाया। सूत्रों का कहना है कि कम से कम 8 से 10 पाकिस्तानी जेट्स, जिनमें JF-17 और F-16 शामिल थे, मार गिराए गए। इनमें से कुछ जेट्स के मलबे पाकिस्तान के गुजरांवाला और सियालकोट इलाकों में गिरे।
S-400 का दमखम और भारत की ताकत
S-400 ट्रायम्फ वायु रक्षा प्रणाली को भारत ने 2018 में रूस के साथ एक समझौते के तहत खरीदा था। यह प्रणाली 40 से 400 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ड्रोन्स को नष्ट करने में सक्षम है। इसकी अचूक निशानेबाजी और तेज रडार प्रणाली ने इस हमले को नाकाम करने में अहम भूमिका निभाई। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस कार्रवाई ने न केवल भारत की रक्षा क्षमताओं को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया, बल्कि पाकिस्तान को भी एक कड़ा संदेश दिया कि भारतीय हवाई क्षेत्र में कोई भी घुसपैठ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पाकिस्तानी जेट्स का नुकसान
पाकिस्तानी वायुसेना के JF-17 थंडर और F-16 फाल्कन दोनों ही आधुनिक लड़ाकू विमान हैं। JF-17 को पाकिस्तान और चीन ने मिलकर विकसित किया है, और यह लागत प्रभावी होने के साथ-साथ हल्के वजन का मल्टीरोल जेट है। दूसरी ओर, F-16 अमेरिका निर्मित जेट है, जो पाकिस्तानी वायुसेना की रीढ़ माना जाता है। लेकिन इन दोनों की तुलना में भारत की राफेल और S-400 जैसी प्रणालियां तकनीकी और रणनीतिक रूप से कहीं आगे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है। कुछ खबरों में दावा किया गया है कि दो पाकिस्तानी पायलट मारे गए हैं, जबकि एक को भारतीय सेना ने जिंदा पकड़ लिया है। हालांकि, इन दावों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अमृतसर में सुरक्षा व्यवस्था और नागरिकों से अपील
हमले की कोशिश के बाद अमृतसर में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और घरों में रहने की अपील की है। अमृतसर में ब्लैकआउट प्रोटोकॉल लागू किया गया है, जिसके तहत रात के समय बाहरी रोशनी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिला जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, "कृपया घर पर रहें, घबराएं नहीं और अपने घरों के बाहर इकट्ठा होने से बचें। सभी बाहरी रोशनी बंद रखें।"
भारत-पाक तनाव का पृष्ठभूमि
यह घटना भारत की 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद हुई, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। ये हमले 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किए गए थे, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय राफेल जेट्स ने बाहवालपुर, मुरिदके और सियालकोट जैसे इलाकों में आतंकी शिविरों को नष्ट किया था।
पाकिस्तान ने इन हमलों को "युद्ध की कार्रवाई" करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी थी। अमृतसर एयरबेस पर हमले की कोशिश को इसी जवाबी कार्रवाई का हिस्सा माना जा रहा है। हालांकि, भारत की S-400 प्रणाली ने पाकिस्तान की इस कोशिश को पूरी तरह विफल कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी भारत-पाकिस्तान तनाव पर नजर रखे हुए है। चीन ने दोनों देशों से शांति और संयम बरतने की अपील की है, जबकि रूस ने इस स्थिति पर चिंता जताई है। ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने कहा, "हमारे दोनों देशों के साथ गहरे रिश्ते हैं। मैंने भारत और पाकिस्तान के अपने समकक्षों से स्पष्ट कहा है कि अगर यह तनाव और बढ़ता है, तो कोई भी जीतने वाला नहीं होगा।"
क्या है आगे की राह?
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना ने भारत की सैन्य ताकत को एक बार फिर साबित किया है। लेकिन साथ ही, यह भी चेतावनी है कि दोनों परमाणु-संपन्न देशों के बीच तनाव खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि उसकी कार्रवाइयां आतंकवाद के खिलाफ हैं और वह किसी भी तरह की आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
पाकिस्तान की ओर से अभी इस नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर कई दावे सामने आए हैं। भारतीय अधिकारियों ने भी इन खबरों पर अभी कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन यह साफ है कि भारत की S-400 प्रणाली ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है और पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ी है।
अमृतसर एयरबेस पर हमले की पाकिस्तानी कोशिश नाकाम होने और कई जेट्स के मार गिराए जाने की खबर ने भारत की सैन्य ताकत को फिर से रेखांकित किया है। S-400 जैसी उन्नत प्रणालियों के साथ भारत न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है, बल्कि दुश्मन की किसी भी साजिश को ध्वस्त करने की क्षमता भी रखता है। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह शांति चाहता है, मगर अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
नोट: इस खबर में कुछ दावों की आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और जैसे ही नई जानकारी मिलेगी, आपको अपडेट करेंगे।
(सूचना स्रोत: विभिन्न समाचार एजेंसियां और सोशल मीडिया पर उपलब्ध जानकारी।)