04 फरवरी 2022 :यूक्रेन की राजधानी कीव में गोली लगने के बाद एक भारतीय छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छात्र की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री (MoS) जनरल वीके सिंह ने गुरुवार को पोलैंड के रेज़ज़ो हवाई अड्डे पर जानकारी देते हुए कहा, "भारतीय दूतावास ने पहले प्राथमिकता पर साफ कर दिया था कि सभी को कीव छोड़ देना चाहिए। युद्ध की स्थिति में बंदूक की गोली किसी के धर्म और राष्ट्रीयता को नहीं देखती है।"
इससे पहले की एक घटना में खार्किव में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई थी। खार्किव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के चौथे वर्ष के छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर को रूसी रॉकेट ने तब मारा जब वह खाना खरीदने के लिए बाहर निकला था।
यूक्रेन ने भारतीय छात्रों को बनाया था बंधक
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने जंग के बीच बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि-यूक्रेन ने करीब तीन हजार भारतीय छात्रों को बंधक बनाया है। हम भारतीय छात्रों को बाहर निकालने में पूरी मदद करेंगे। रूसी सेना की ओर से रिहायशी इलाकों में हमला नहीं किया जा रहा है। यूक्रेन ने इन इलाकों में सैनिक और टैंक तैनात किए हैं। कोई फासिस्ट ही ऐसा कर सकता है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेनी सेना विदेशियों को जाने नहीं दे रही है। रूसी सैनिकों ने बंधकों को रिहा कराया है।