नई दिल्ली,21 मई 2022 : दुनिया के कुछ देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आने के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में हवाई अड्डों और बंदरगाहों के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मंकीपॉक्स प्रभावित देशों की यात्रा कर लौटे किसी भी बीमार यात्री को अलग कर दिया जाए और नमूने जांच के लिए पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की बीएसएल-4 सुविधा वाली प्रयोगशाला को भेजे जाएं। ब्रिटेन, अमेरिका पुर्तगाल, स्पेन एवं कुछ अन्य यूरोपीय देशों में लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं।
आपको बताते चले कि मंकीपॉक्स एक प्रकार की दुर्लभ बीमारी है, ये स्माल पॉक्स की तरह दिखाई देती है। इसके लक्षणों कि बात करें तो इसके लक्षण फ्लू बीमारी जैसे होते हैं। यूके की एजेन्सी ने दावा किया है कि ये एक वायरल संक्रमण है, जो एक से दूसरे व्यक्तियों में तो आसानी से नहीं फैलता है, पर ये वायरस जानवरों से लोगों में फैलता है। इसको फ़ैलाने वाले जानवरों कि बात करें तो ये बंदरों या चूहों से मनुष्यों में फैलता है।