23 दिसम्बर 2022 : राजस्थान के उदयपुर जिले में बीते 29 जून को टेलर कन्हैयालाल की सरेआम गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। मामले में मुख्य अभियुक्त मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद समेत करीब नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने आरोपियों की गैरमौजूदगी में ही उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों की विशेष अदालत में चार्जशीट पेश किया और दावा किया कि सभी आरोपित कट्टरपंथी समाज से जुड़े हैं।
इस मामले की जांच NIA कर रही थी। मामले में एनआईए की तरफ से 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है। अपनी चार्ज शीट में एनआई ने बताया है कि आरोपियों ने डर फैलाने के इरादे से हत्याकांड को अंजाम दिया था।
सूत्रों के अनुसार कन्हैयालाल की हत्या को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने पहले इंटरनेट मीडिया पर कट्टरपंथियों का ग्रुप बनाया और मोहम्मद रियाज तथा गौस मोहम्मद ने हत्याकांड को अंजाम दिया। जबकि अन्य आरोपियों ने उनका साथ दिया। एनआईए ने चार्जशीट में दावा किया किया कि यह साधारण अपराध नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश थी, जिसका उद्देश्य उदयपुर ही नहीं, बल्कि एक लोकतांत्रिक देश के लोगों में भय का माहौल पैदा करना था।
नूपुर शर्मा के समर्थन में कन्हैयालाल दर्जी के बेटे ने उनके मोबाइल फोन पर एक पोस्ट इंटरनेट पर की थी वायरल
बीजेपी प्रवक्ता रहीं नुपुर शर्मा के समर्थन में कन्हैयालाल दर्जी के बेटे ने उनके मोबाइल फोन पर एक पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर वायरल की थी, जिसको लेकर कट्टरपंथी युवाओं ने कन्हैयालाल को धमकाया। कन्हैयालाल के माफी मांगे जाने के बाद भी उसे धमकी मिलती रही तो कन्हैयालाल ने धानमंडी थाने में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और दोनों पक्षों में समझौता कराकर मामले को शांत करा दिया।
28 जून को हुई थी कन्हैयालाल की हत्या
कन्हैयालाल को धमकी मिलने का सिलसिला जारी रहा। धमकियां नहीं थमने पर दो सप्ताह तक कन्हैयालाल ने अपनी दर्जी की दुकान नहीं खोली और पंद्रह दिन बाद गत 28 जून को जब वह अपनी दुकान पर पहुंचा तो वहां पहुंचे गौस मोहम्मद और मौहम्मद रियाज ने धारदार हथियार से उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। यहीं नहीं, उन्होंने वारदात का लाइव वीडियो और उसके बाद धमकी भरा एक अन्य वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करते हुए अन्य लोगों को भी इसी तरह सबक सिखाने की धमकी दी थी।
मामले की अगली सुनवाई 3 जनवरी को
मामला गंभीर होने पर इसकी जांच एनआईए को सौंप दी गई थी। इसके बाद एनआईए ने मुख्य आरोपियों की मदद करने वाले मोहसिन खान, आसिफ मोहम्मद, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फराज शेख उर्फ पपला, जावेद सहित कुल सात अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था। ये सभी आरोपित अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में कैद हैं। बताया गया कि 3 जनवरी को जब आरोपितों को अदालत में पेश किया जाएगा, तभी उनको चार्जशीट की कॉपी दी जाएगी। वहीं, कन्हैयालाल साहू के बड़े बेटे यश ने अपने पिता की हत्यारों को जब तक फांसी नहीं हो जाती, तब तक नंगे पैर रहने का प्रण लिया है।
आरोपियों के नाम और पता
1. मोहम्मद रियाज अटारी, पुत्र अब्दुल जब्बार निवासी 1052, खानजीपीर, किशनपोल, गिरवा, उदयपुर, राजस्थान
2. मोहम्मद गो पुत्र रफीक मोहम्मद निवासी एचएन, 24/729, रजा नगर, किशन पोल पुलिस चौकी के पास, थाना सूरजपोल, उदयपुर, राजस्थान
3. मोहसिन खान पुत्र मुजफ्फर खान पठान निवासी मकान नं. 18ए, गवर्नमेंट प्रेस, रजानगर, किशनपोल, पीएस सूरजपोल, जिला- उदयपुर, राजस्थान
4. आसिफ हुसैन पुत्र मो. हुसैन निवासी विजय सिंह पथिक नगर, थाना सवीना, जिला- उदयपुर, राजस्थान
5. मोहम्मद मोहसिन, पुत्र मोहम्मद इस्लाम निवासी गली नंबर 04, विजय सिंह पथिक नगर, पीएस सवीना, उदयपुर, राजस्थान
6. वसीम अली पुत्र स्वर्गीय इमरान अली पुत्र मकान नं. 725, किशनपोल, रजा नगर, उदयपुर, राजस्थान
7. फरहाद मोहम्मद शेख, अजाज मोहम्मद का बेटा, निवासी एचएन 143/24, पटेल सर्कल, दीवान साह कॉलोनी, उदयपुर, राजस्थान
8. मोहम्मद जावेद, पुत्र मोहम्मद मोहरम, निवासी एचएन 9 सिंधी सरकार की हवेली, खेड़ीवाला, पीएस-अमलकांता, जिला-उदयपुर, राजस्थान
9. मुस्लिम रज़ा, स्वर्गीय शेर मोहम्मद के पुत्र, मोहल्ला-नईआवड़ी, गाँव-परसोला, तह-धरियावाड़, जिला-प्रतापगढ़, राजस्थान
10. सलमान, आर/ओ कराची पाकिस्तान
11. अबू इब्राहिम निवासी कराची पाकिस्तान
वारदात के 160 से ज्यादा दिन बाद दायर हुई है चार्जशीट
उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या के 168 दिनों पर एनआईए की तरफ से चार्जशीट दायर की गई है। चार्जशीट में मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को मुख्य आरोपी बनाया गया है। मीडिया रिपोर्ट् के मुताबिक NIA की तरफ से आरोपियों के लिए NSA के तहत चार्जशीट फाइल की गई है। जिसमें अगली सुनवाई 3 जनवरी को होगी।
सभी आरोपी आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा
एनआईए की चार्जशीट के अनुसार जांच में 11 अभियुक्तों की तरफ से एक साजिश की ओर इशारा किया गया है। ये सभी आरोपी एक आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे। साथ ही सभी आरोपित देश में कट्टरपंथी को बढ़ावा देने के लिए आपत्तिजनक सामग्री को पोस्ट करते थे। चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि सह-आरोपी को एक कट्टरपंथी संगठन में शामिल होने के लिए कराची स्थित संगठन में 2014 में बुलाया गया था। जहां पर उसने संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की थी।
एनआई की तरफ से चार्जशीट में रियाज अटारी और गौस के अलावा दो पाकिस्तानी नागरिकों सलमान व अबु इब्राहिम के खिलाफ भी आरोपपत्र दाखिल किया गया है।
सलमान ने दोनों को बदला लेने के लिए भड़काया था
जांच अधिकारियों के मुताबिक कराची स्थित सलमान ने कथित तौर पर पैगंबर के अपमान का बदला लेने के लिए रियाज और गौस को उकसाया था। जिसके बाद दोनों ने उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। दोनों का मकसद समाज में डर पैदा करना भी था।