जयपुर, 1 जून। कृषि मंत्री डॉ किरोडीलाल मीणा ने कहा कि हमारे अन्नदाता धरतीपुत्रों के सम्बलन और उनकी समृद्धि के लिए सरकार संकल्पित है। अहर्निश मेहनत करते हुए देशवासियों का पेट भरने के लिए जुटे रहने वाले अन्नदाता के लिए हमारी कोशिश है कि विभिन्न नवाचार, योजनाएं और कार्यक्रम पूरी ताकत के साथ उनकी भलाई के लिए लगें। अन्नदाता के साथ किसी प्रकार का छल और लूट ना होने पाए।
कृषि मंत्री रविवार को कोटा में संभाग के किसानों के साथ राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान (सिआम) में ‘‘युवा कृषक संवाद’’ कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे। किसानों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम में कृषि मंत्री ने संभाग के चारों जिलों के किसानों के साथ सीधा संवाद किया। लगभग 5 घंटे चले इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने काश्तकारों के साथ संवाद कर उनकी समस्याएं जानी और समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि हमारे ग्रामीण युवा रोजगार की तलाश में गांव से पलायन कर जाते हैं और बहुत से अपराधों की ओर मुड़ जाते हैं। यदि कृषि क्षेत्र समृद्ध हो तो युवाओं को गांव में ही अच्छा रोजगार मिल सकता है। इसी उद्देश्य से युवा कृषकों के साथ संवाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। उन्होंने आह्वान किया कि किसान नवीन तकनीक और विभाग की योजनाओं को अपना कर समृद्ध बनें। कृषि विभाग द्वारा इतनी योजनाएं संचालित की जा रही हैं कि किसान उनसे जुड़कर अपनी खेती किसानी को बहुत ऊंचाइयां दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपनी समस्याओं के लिए विभाग के अधिकारियों से संपर्क रखें ,अपनी बात कहें फिर भी हल ना निकले तो उनसे संपर्क कर सकते हैं वे हर दुख दर्द में किसानों के साथ हैं।
कृषि मंत्री डॉ किरोडी लाल मीणा ने विभागीय योजनाओं और बजट घोषणाओं की जानकारी देते हुए किसानों का आह्वान किया कि वे इन योजनाओं का लाभ उठाएं और अपनी आय बढ़ाकर समृद्धिशाली बनें।
प्रगतिशील किसानों से सीख लें
प्रगतिशील किसानों के अनुभव जान उन्होंने अन्य किसानों को इनसे सीख लेने को कहा। विदेशों में उनके उत्पादों के निर्यात की बात सुन कृषि मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा, ऐसे तो आप ट्रंप के टैरिफ को भी मात दे दोगे। उन्होंने बताया कि किसानों को खेती किसानी के नवाचारों और नई-नई तकनीक की जानकारी के लिए डेनमार्क और नीदरलैंड का भ्रमण कराया जाएगा।
किसानों से हाथ खड़े करवा के पूछा- योजना का लाभ मिला या नहीं
कृषि मंत्री ने विभागीय अधिकारियों द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन के दौरान ही विभिन्न योजनाओं के बारे में किसानों से ही हाथ खड़े करवाते हुए पूछा कि क्या आपको इन योजनाओं का लाभ मिला है, नकारात्मक उत्तर आने पर उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि ऐसा क्यों है और इसको कैसे सुधारा जा सकता है।साथ ही किसानों को कृषि विभाग द्वारा संचालित केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं, नवीन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
किसानों ने बताई समस्याएं
किसानों ने फसल बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, मिनी किट वितरण, प्रशिक्षण, सब्सिडी, ऑनलाइन आवेदन इत्यादि को लेकर अपनी शिकायतें भी रखीं जिनके बारे में मंत्री ने अधिकारियों से वस्तु स्थिति जानी और समस्या समाधान के निर्देश दिए।
ए आई आधारित कृत्रिम वर्षा की जानकारी
जयपुर से आए विशेषज्ञ राकेश एवं संजय ने ए आई आधारित कृत्रिम वर्षा की तकनीक हाइड्रो ट्रैक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्थान जैसे प्रदेश में मौसम के जोखिम को कम करने, वर्षा जल के संतुलित एवं बुद्धिमत्ता पूर्ण उपयोग, भंडारण तथा वर्षा प्रबंधन और दीर्घकालिक स्थिरता में यह तकनीक अहम भूमिका निभा सकती है।
लाभार्थियों को सौंपे चेक
कार्यक्रम में कृषि मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने ग्राम खेड़ा रुद्धा के ईश्वर गौतम को राज्य स्तरीय जैविक खेती पुरस्कार के लिए एक लाख रूपये, हीरालाल को कृषि यंत्र के लिए 2 लाख 50 हजार रूपये तथा दौलत राम को कृषि यंत्र के लिए 1 लाख 75 हजार रूपये का चेक सौंपा।
प्रदर्शनी का अवलोकन
कृषि मंत्री ने ऑडिटोरियम परिसर में कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शित उत्पादों और यंत्र इत्यादि के बारे में जानकारी ली।
अधिकारियों ने दिया प्रेजेंटेशन
कार्यक्रम में कृषि आयुक्तालय से अतिरिक्त निदेशक सुरेंद्र सिंह शेखावत, गोपाल लाल, संयुक्त निदेशक पीके अग्रवाल, राजेंद्र सिंह खीचड़, उपनिदेशक राजेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक दानवीर वर्मा, जगदेव सिंह, उपनिदेशक शिवराम जांगिड़ उपस्थित रहे। अतिरिक्त निदेशक कृषि विस्तार कोटा अशोक कुमार शर्मा, संयुक्त निदेशक अतीश कुमार शर्मा एवं अन्य ने अतिथिगणों का स्वागत कियास राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारियों ने विभिन्न योजनाओं के बारे में प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी।