आम जनता के साथ पुलिस ही करे अत्याचार तो कहाँ जाए लाचार,जानिए कहाँ करे शिकायत
आमतौर पर जब भी कोई नागरिक किसी अपराध, दुर्घटना , लूटपाट, धोखधड़ी या मारपीट का शिकार होता है तो वो पुलिस कों फोन करता है या फिर पुलिस थाने जाकर अपनी शिकायत / FIR दर्ज करवाता है, जिसके बाद पुलिस अनुसंधान करती है, कार्यवाही करती है । आपराधिक धाराओं में केस दर्ज कर न्यायालय में पेश करती है जिसके बाद अगला काम न्यायालय का होता है।
पुलिस आम जनता के लिये सुरक्षा और न्याय का एक जरिया होता है।
लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो आम जनता कहाँ शिकायत करें किसके पास जाए ?
देखा गया है कि कई बार पुलिस कर्मी निर्दोष जनता के साथ दुर्व्यवहार, गाली गलौज व मारपीट तक कर देते है जिसके बाद पीड़ित के पास बर्दाश्त कर चुप रहने का विकल्प रहता है। अक्सर सब यही करते है । गिने चुने लोग जो अपने साथ हुए अत्याचार को सहन नही कर पाते वे चाहते है कि कोई कार्यवाही हो।
इसी सम्बंध में जब जयवंत भैरविया ने महानिदेशक पुलिस कार्यालय जयपुर में सूचना के अधिकार के अंतर्गत सूचना माँगी :- पुलिस विभाग के उन उच्चाधिकारियों के पदनाम व पते की सूचना दी जाए जिन्हें पुलिस कर्मियों द्वारा आम जनता के साथ दुर्व्यवहार / गैर कानूनी कार्यवाही व मारपीट की शिकायत की जा सकती है तो विभाग ने अपने जवाब में बताया कि पुलिस के द्वारा अत्याचार किये जाने की शिकायत / परिवाद अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, सतर्कता राजस्थान जयपुर कार्यालय कमरा नम्बर 502, पांचवी मंजिल, पुलिस मुख्यालय ,लाल कोठी जयपुर पिन कोड नम्बर 302015 को की जा सकती है।
निस्संदेह यह सूचना पुलिस द्वारा किसी निर्दोष पर अत्याचार किये जाने पर की जा सकने वाली कार्यवाही की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।