राजस्थान के जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगोगामेड़ी की हत्या का इनपुट नजरंदाज किया राजस्थान पुलिस नेगामेड़ी को गोली मारने वाले दोनों आरोपियों की पहचान हो गई है। एक आरोपी का नाम रोहित राठौर है जो कि नागौर के मकराना का रहने वाला है। वहीं दूसरे का नाम नितिन फौजी है। वो हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है। फिलहाल दोनों फरार हैं। दोनों ने मिलकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
कैसे दिया घटना को अंजाम
5 दिसंबर के दिन राजस्थान की राजधानी जयपुर में कपड़ा कारोबारी नवीन शेखावत दो युवकों के साथ श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर आया। सोफे पर एक तरफ सुखदेव बैठे थे तो सामने दोनों युवक। वहीं, बगल में नवीन शेखावत भी बैठा था। किसी सिलसिले में चारों आपस में बात कर ही रहे थे कि तभी सुखदेव के मोबाइल पर एक कॉल आया । जैसे ही सुखदेव ने कॉल उठाया, नवीन के साथ आए दोनों युवकों में से एक युवक अचानक उठा और सुखदेव को गोली मार दी।
बिना समय गंवाए दूसरे युवक ने भी फायरिंग शुरू कर दी। सुखदेव को जैसे ही गोली लगी तो उनके शरीर से खून की धार निकलनी शरू हो गई। वहां मौजूद सुखदेव के बॉडीगार्ड कुछ समझ पाते कि तभी दोनों युवकों ने नवीन शेखावत पर भी फायरिंग कर दी। पूरा कमरा गोलियों की आवाज से गूंज पड़ा। फायरिंग के दौरान गोगामेड़ी के गार्ड ने उन्हें बचाने की कोशिश भी की। लेकिन बदमाशों ने उस पर भी फायरिंग कर दी। जाते समय भी एक बदमाश ने गोगामेड़ी के सिर में गोली मार दी।
गोगामेड़ी की हत्या का इनपुट नजरंदाज किया राजस्थान पुलिस ने !
करणीसेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में राजस्थान पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। राजस्थान पुलिस को सात महीने पहले ही गोगामेड़ी की हत्या का इनपुट मिल गया था। यह इनपुट पंजाब पुलिस ने दिया था। इसमें बता दिया था कि एके 47 राइफल से इस वारदात को अंजाम दिया जाना है और इसके लिए शूटर हॉयर हो चुके हैं। इस इनपुट के बाद भी राजस्थान पुलिस चुप्पी साधकर बैठी रही। यहां तक कि गोगामेड़ी को इस इनपुट की जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस सुरक्षा की भी मांग की, लेकिन राजस्थान पुलिस ने इसे अनसुना कर दिया था।
जानकारी के मुताबिक पंजाब पुलिस ने राजस्थान पुलिस को सात महीने जब इनपुट दिया था तो जयपुर एटीएस ने इसकी पड़ताल भी की। इसके बाद जयपुर एटीएस ने यह इनपुट एसओजी को बढ़ा दी। बावजूद इसके राजस्थान पुलिस हरकत में नहीं आई। उधर, गोगामेड़ी के समर्थकों ने बताया कि इस इनपुट के बाद गोगामेड़ी ने तीन बार पुलिस से सुरक्षा की मांग की। इस संबंध में लिखित तौर पर डीएम व एसपी को मांगपत्र दिया गया। वहीं कई बार मौखिक तौर पर इस मुद्दे को उठाया गया। बावजूद इसके पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।