जयपुर, 27 मई। राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागड़े ने मंगलवार को डूंगरपुर में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने इस दौरान विभिन्न केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान शिक्षा विभाग में जिले में कुल विद्यालय और नामांकन की सूचना, पीएम श्री विद्यालय, जिले में शिक्षकों के पद तथा रिक्त पदों एवं बोर्ड परिणामों की जानकारी ली। उन्होंने विभिन्न छात्रावासों में योजना बनाकर शैक्षिक और सह शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने प्राथमिक स्तर से ही बच्चों में सर्वागीण विकास पर बल देने की बात कही।
राज्यपाल ने भारत की संस्कृति एवं मूल्यों, बौद्धिक क्षमताओं एवं पुरातन शैक्षिक परम्पराओं का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षकों की जवाबदारी बड़ी है। उनका दायित्व बौद्धिक रूप से सशक्त पीढ़ी तैयार करना है। उन्हें देश की बुनियादी संस्कृति और क्षमताओं को ध्यान में रखकर यह याद करना होगा कि जब जीरो दिया मेरे भारत ने तब दुनिया को गिनती आई। उन्होंने शिक्षकों को भावी पीढ़ी का निर्माता बताया।
बैठक में डूंगरपुर जिला कलक्टर श्री अंकित कुमार सिंह द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से जिले में किये गये नवाचारों दिव्यांगों के लिए ‘नो वन लेफ्ट बिहाइंड वन, महिलाओं के लिए एनीमिया‘ मुक्त अभियान, प्लास्टिक कचरा संग्रहण, तालाब सफाई अभियान, वीर काली बाई कन्या आश्रम में चलाए गये नवाचारों वेस्ट टू बेस्ट, छात्रावासों के सितारे, प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं का रात्रि चौपाल में अभिनंदन आदि की जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी, जिसकों सराहा गया।
राज्यपाल ने जनजातीय क्षेत्र विकास विभाग द्वारा गोविंद गुरु जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना, छात्रावासों की संख्या एवं योजनाओं की क्रियान्विति, राजिविका के तहत दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन एवं प्रगति, सोलर दुर्गा कंपनी संचालन, प्रत्येक गांव में दो-दो सोलर दीदी को प्रशिक्षण, लखपति दीदी, प्रधानमंत्री मंथन विकास योजना, पोल्ट्री हेचरी, पीएचडी विभाग की समीक्षा के दौरान जल जीवन मिशन उसके अंतर्गत लघु योजना, वृहद योजना, मेजर जल स्रोत अभी तक कंप्लीट हुए कार्य, कृषि विभाग संयुक्त निदेशक से मृदा हेल्थ कार्ड, चिकित्सा विभाग के राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के दौरान टीबी मुक्त गांव, नये आने वाले केस, उन्हें रोकने के लिए किए जाने वाले उपचार एवं अभियानो रसद विभाग से खाद्य सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना आदि की जानकारी ली। उन्होंने उचित मूल्य दुकानों की संख्या, ढाणी क्षेत्र में वितरण, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, आंगनबाडी की संख्या उसमें नामांकित बच्चों, ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग की प्रधानमंत्री आवास योजना, महात्मा गांधी नरेगा योजना, श्रम नियोजन, औसत मजदूरी, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, एमएलए-एमपी मद योजना, स्वच्छ भारत मिशन आदि की जानकारी ली।
राज्यपाल ने ग्रामीण पंचायती राज विभाग द्वारा प्रत्येक पात्र को प्रधानमंत्री आवास दिलवाने, मनरेगा में अधिक कार्य उपब्धता सुनिश्चित करने, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग द्वारा छात्रावास अधीक्षकों के साथ बैठक करने तथा उनको आने वाले विशेष कलाओं यथा संगीत, वाद्य यंत्र बजाना, गाना, पेंटिंग अथवा अन्य विशेषताओं को बच्चों को भी सीखाने के लिए प्रेरित करने, जल जीवन मिशन में चल रहे कार्यो को निर्धारित पूर्णता समयाअवधि में पूर्ण करने, कृषि विभाग को मृदा हेल्थ कार्ड हेतु फील्ड में जाकर मिट्टी के नमूने लेने, सीएमएचओ से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को बढ़ावा देने, रसद विभाग को उचित मूल्य दुकानों की संख्या आवश्यकता होने पर बढ़ाने आदि के निर्देश प्रदान किये।
इससे पहले राज्यपाल श्री बागडे ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में राजस्थान राजीविका के अन्तर्गत एकीकृत कृषि क्लस्टर (आईएफसी) परियोजना डूंगरपुर ब्लॉक की माँ महिला क्लस्टर स्तरीय फेडरेशन द्वारा क्रियान्वित एकीकृत कृषि क्लस्टर (आईएफसी) परियोजना के तहत सब्जी संग्रहण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट परिसर में अशोक वृक्ष एवं मौलसिरी का वृक्षारोपण कर सभी को ‘हरियालो राजस्थान’ का संदेश दिया।