01 नवंबर 2022 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राजस्थान के बाँसवाड़ा जिले में स्थित गुजरात और मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर आदिवासियों के आस्था स्थल मानगढ़ धाम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मंच साझा किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज सीएम अशोक गहलोत सबसे वरिष्ठ मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए सीएम गहलोत साथ काम करने का मौका मिला। मोदी ने कहा कि मानगढ़ धाम के विकास के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा ये राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की साझी विरासत है। भारत सरकार और चारों राज्य मिलकर काम करेंगे।
पीएम मोदी ने बासंवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा- "आजादी की लड़ाई का पग-पग, इतिहास का पन्ना-पन्ना आदिवासी वीरता से भरा पड़ा है। गोविंद गुरु का वह चिंतन, वह बोध, आज भी उनकी धुणी के रूप में, मानगढ़ धाम में अखंड रूप से प्रदीप्त हो रहा है और उनकी सम्प सभा, यानि समाज के हर तबके में सम्प भाव पैदा हो, सम्प सभा के आदर्श, आज भी एकजुटता, प्रेम और भाईचारा की प्रेरणा दे रहे हैं।"
मोदी ने कहा कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से पहले आदिवासी समाज ने आजादी का बिगुल फूंका था। हम आदिवासी समाज के योगदानों के कर्जदार हैं। भारत के चरित्र को सहेजने वाला आदिवासी समाज ही है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद स्मारक का दौरा कर आदिवासियों को श्रृद्धांजलि दी। मोदी ने कहा कि मानगढ़ धाम को भव्य बनाने की इच्छा सबकी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र आपस में चर्चा कर एक विस्तृत प्लान तैयार करें और मानगढ़ धाम के विकास की रूपरेखा तैयार करें। चार राज्य और भारत सरकार मिलकर इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
मुख्यमंत्री नाते हम दोंनो को साथ-साथ काम करने का मौका मिला। उस समय मुख्यमंत्रियों में गहलोत सबसे सीनियर हुआ करते थे। आज के कार्यक्रम में भी सीएम गहलोत सबसे सीनियर है। पीएम मोदी की गहलोत की तारीफ से राजस्थान बीजेपी के नेता भी सकते में आ गए। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी ने तारीफ कर इशारों में कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बड़ा नेता गहलोत को बता दिया है।
इससे पहले पीएम मोदी ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे गुलाम नबी आजाद की विदाई के समय भी तारीफों के पुल बांधे थे।इसका परिणाम यह हुआ कांग्रेस आलाकमान ने आजाद को दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा और बाद में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोड़ दी थी। इसी बीच सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि पीएम मोदी की तारीफ सीएम अशोक गहलोत को कहीं भारी नहीं पड़ जाए। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासी खींचतान जारी है।
बांसवाड़ा के मानगढ़ में सभा को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मानगढ़ धाम पर प्रधानमंत्री पधारे, मैं प्रदेश वासियों की तरफ से उनका स्वागत करता हूं। मेवाड़ की धरती का अपना इतिहास रहा है। मानगढ़ धाम का इतिहास स्वर्णिम अक्षरों से लिखा गया है। आदिवासियों का इतिहास महान इतिहास है। जितना खोज की जाए, उतनी ही नई कहानियां मिलेंगी। जहां-जहां आदिवासी रहते हैं, चाहे बिरसा मुंडा की बात करें, हर जगह आजादी की जंग में आदिवासियों का बड़ा योगदान था। महाराणा प्रताप का शौर्य मेवाड़ की पहचान है।
उधर कार्यक्रम में संबोधन के दौरान अशोक गहलोत बीजेपी पर निशाना साधे बिना नहीं चूके। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा आज हमारे देश का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया भर में सम्मान मिलता है। गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी को दुनिया के देशों में इसलिए सम्मान मिलता है कि वह महात्मा गांधी के देश से आते हैं। वहीं सीएम ने कहा कि दुनिया जानती है पीएम मोदी उस देश से आते हैं जहां 70 साल बाद भी लोकतंत्र जिंदा है।
इस बयान को लेकर मीडिया में कई तरह की अटकल बाजी भी लगाई जा रही है। कोई कह रहा कि गहलोत ने मोदी की तारीफ की है। वही कई पूछ रहे थे कि यह तारीफ है या कटाक्ष ?
महात्मा गाँधी दुनिया के सर्वप्रिय नेता रहे है इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं है। लेकिन पिछले कुछ सालों में मोदी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बड़ी पहचान बनाई है। चाहे वो कोरोना काल में विश्व के कई देशों को वैक्सीन देने का मामला हो या किसी देश में प्राकृतिक आपदा के समय राहत सामग्री भिजवानें का फैसला हो। विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में लगातार कई वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिया जाता है। आज अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को बहुत ही गंभीरता से लिया जाता है।
गाँधी जी की ख्याति तो वर्षों से चली आ रही है फिर अब तक के प्रधानमंत्रीयों को ऐसा सम्मान क्यों नहीं मिल पाया जितना प्रधानमंत्री मोदी को मिल रहा है, ये ही सार है।
वैसे इसका जवाब पाठकों को तय करना है।