नाथद्वारा में मोदी की बयानबाजी का गहलोत ने दिया जवाब
राजस्थान में विधानसभा चुनावों से 6 महीने पहले पीएम मोदी की एंट्री हो गई है। जहां बुधवार को नाथद्वारा दौरे पर पीएम मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आमना-सामना हुआ। मंच पर संबोधन देने आए गहलोत ने पहले पीएम मोदी पर सियासी तंज कसते हुए विपक्ष का सम्मान करने की हिदायत दे डाली। वहीं गहलोत ने अपनी सरकार की कई योजनाओं का जिक्र करते हुए ईआरसीपी का मुद्दा भी फिर उठाया। इसके बाद पीएम मोदी ने भी पलटवार करते हुए केंद्र सरकार के कामों को गिनाते हुए विरोधियों को नकारात्मक मानसिकता वाला बताकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि कुछ लोग देश का विकास होते देखना नहीं चाहते हैं और इसी मानसिकता की वजह से इतने सालों में देश का विकास नहीं हुआ। पीएम मोदी ने 23 मिनट तक कार्यक्रम में अपना संबोधन दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, जो लोग वोट को ध्यान में रख कर सब कुछ करते हैं, वे लोग देश को ध्यान में रखते हुए योजनाएं नहीं बना सकते। उन्होंने सड़कों के विकास की बात करते हुए कहा अब कल्पना करिए यही काम पहले ही हो गया होता तो गांव में रहने वालों को कितनी आसानी हो गई होती। पीएम ने बताया राजस्थान में भारत सरकार की ओर से गांवों तक सड़कें पहुंचाने के साथ ही शहरों को जोड़ने के लिए हाइवे निर्माण में जुटी है। डबल स्पीड से काम किया जा रहा है। इसका लाभ राजस्थान के अनेक जिलों को मिला है।
मामलें में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विटर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि-
"प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को आज नाथद्वारा के सरकारी कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरी उपस्थिति में राजनीतिक बयान देकर पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करने से बचना चाहिए था। मोदीजी ने कहा कि रेलवे लाइन, बिजली की लाइन और मेडिकल कॉलेज पहले ही क्यों नहीं खोल दिए गए? संभवत: मोदीजी भूल गए कि जैसा संवरा हुआ देश उन्हें मिला वो आजादी के 67 साल के विकास के बाद मिला। ये देश एक दिन में नहीं बना है। 1947 में अंग्रेज जैसा भारत छोड़कर गए तब भारत में बिजली की इंस्टॉल्ड कैपिसिटी केवल 1362 मेगावॉट थी जो 2014 तक करीब 2.5 लाख मेगावॉट हो गई। ये महज एक उदाहरण है। शिक्षा, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, IT समेत हर क्षेत्र में 1947 से आज तक इसी तरह उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी हुई है। आज के मोदीजी के भाषण का भावार्थ ऐसा था जैसे किसी 21 साल के नौकरी में आए युवा को बोला जाए कि आप 20 साल पहले ही नौकरी में क्यों नहीं आ गए। मैं श्री नरेन्द्र मोदी से अपील करना चाहूंगा कि एक प्रधानमंत्री के रूप में सरकारी कार्यक्रमों में आपको अपने पूर्ववर्ती नेताओं का अपमान करने की बजाय उनका धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि उन्होंने ऐसा देश मोदीजी को सौंपा जिसके कारण आज वो दुनिया में देश का प्रतिनिधित्व कर पाते हैं।