19 जुलाई 2022 :राजस्थान में 17 जून को अजमेर दरगाह से भड़काऊ नारा लगाने वाले गिरफ्तार आरोपी गौहर चिश्ती से पूछताछ में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार चिश्ती ने अजमेर और उदयपुर में दंगे करने की साजिश रची थी। भड़काऊ नारे लगाने से एक दिन पहले गौहर चिश्ती ने खादिमों के साथ मीटिंग की थी और मीटिंग के बाद उसने एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें लोगों को सिर तन से जुदा करने के लिए उकसाया जा रहा था।इसके बाद खादिमों दो गुट में बंट गए, कुछ ने इससे किनारा कर लिया, ग्रुप लेफ्ट कर दिया और न ही 17 जून को हुए जूलूस में शामिल हुए।
अजमेर पुलिस के एक दल ने अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार पर 17 जून को कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोपी गौहर चिश्ती को बृहस्पतिवार को हैदराबाद (तेलंगाना) से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्होंने 22 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
इस्लामिक संगठनों से सम्पर्क
दरगाह निजामगेट से विवादित नारा लगाने वाले सैयद गौहर हुसैन चिश्ती और उसके सम्पर्क में रहे लोगों की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) ने लम्बी फेहरिस्त बनाई है। सूत्रों के अनुसार जांच में गौहर के सम्पर्क इस्लामिक संगठनो से पाए गए है। ये संगठन फिलहाल देश में प्रतिबंधित नहीं है, लेकिन संगठन से बड़ी मात्रा में बैंक खातों में लेनदेन हुआ है, जिससे गौहर और उसके साथी संदेह के घेरे में है।
एक मोबाइल में 15 गूगल एकाउंट
अजमेर के क्रिश्चियन गंज थाने में चार दिन से पुलिस रिमांड पर चल रहे सैयद गौहर हुसैन चिश्ती से पुलिस ने कई राज उगलवाने में सफलता हासिल की है। सूत्रों के अनुसार गौहर जिन दो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था , उनमें से एक मोबाइल से लगभग पन्द्रह गूगल अकाउंट संचालित थे। इन पन्द्रह गूगल अकाउंट को वह किस काम में इस्तेमाल करता था, फिलहाल इसका संतोषजनक जवाब नहीं दे सका है।
क्रिप्टो करेंसी में करता था निवेश
पुलिस की पड़ताल में गौहर ने ये भी बताया है कि उसके पहचान वाले युवक ने उससे विदेशी मुद्रा क्रिप्टो करेंसी में 2 से 3 लाख रुपए का निवेश करवाया। इसमें उसको नुकसान भी उठाना पड़ा। उसके अनुसार विदेशी मुद्रा के निवेश के लिए ही उसके परिचित ने गूगल अकाउंट बनाए थे। लेकिन पुलिस को केवल निवेश के लिए 15 अकाउंट बनाए जाने के बात पच नहीं रही है।पुलिस ने गौहर चिश्ती के जब्त किए दोनों मोबाइल फोन को एफएसएल जांच के लिए भेजा है। एक मोबाइल फोन की रिपोर्ट पुलिस को मिल चुकी है ,जबकि दूसरे मोबाइल की रिपोर्ट आना शेष है।
बैंक खातों में बड़े लेनदेन
एनआईए व पुलिस जाँच में गौहर के एक साथी के इस्लामिक संगठन से जुड़ाव के सबूत मिले हैं। उसके पास ना केवल संगठन से जुड़ी पुस्तकें मिली हैं बल्कि बैंक खातों में बड़ा लेनदेन भी हुआ है। हालांकि उससे एटीएस-एसओजी, जिला पुलिस के बाद एनआइए के अधिकारी भी पूछताछ कर चुके हैं।