महाराष्ट्र के बीड जिले में शनिवार को नागपुर विभाग की टीम ने उन दो बंदरों को पकड़ लिया है, जिसकी वजह से यहां लोग दहशत में थे। कारण था -बंदरों और कुत्तों के बीच 'गैंगवार' ।
मामला बीड जिले के माजलगांव का है जहाँ पिछले एक महीने से बंदरों ने आतंक मचा रखा था। बंदरों को कुत्ते का कोई भी बच्चा नजर आने पर वह उसे उठा लेते और फिर किसी ऊंचाई वाले स्थान से नीचे फेंक देते थे।
बताया जा रहा है कि बंदरों ने इस तरह पिछले एक महीने में कुत्तों के करीब 250 बच्चों को मार डाला था। माजलगांव से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित लवूल गांव की पांच हजार आबादी वाले इस गांव में अब कुत्ते का कोई बच्चा नजर नहीं आ रहा है। बंदरों को दबोचने के लिए ग्रामीणों ने वन विभाग से भी संपर्क किया और वन विभाग का अमला किसी भी बंदर को पकड़ने में नाकाम रहा।
स्थानीय लोगों के अनुसार तीन माह पहले कुत्तों ने बंदर के एक बच्चे को मार डाला था। इसके बाद से ही बंदर कुत्तों से बदला ले रहे हैं। बंदर कुत्तों के पिल्लों को उठाकर ले जाते हैं और उन्हें ऊंची इमारतों या पेड़ से नीचे फेंक देते हैं। बंदर बड़े समूहों में गांव आते हैं। इस कारण कोई भी उन्हें भगाने की हिम्मत नहीं कर पाता। पिल्लों को बचाने के प्रयास में कई लोगों पर बंदरों ने हमला भी किया है।