बंगाल सरकार ने दो करोड़ से अधिक फर्जी राशन कार्ड रद्द कर दिए हैं। इन फर्जी राशन कार्ड के रद्द होने से हर साल 3,600 करोड़ रुपये से अधिक की बचत हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डिजिटल राशन कार्ड शुरू होने के बाद बंगाल में राशन कार्ड धारकों की संख्या 10 करोड़ 70 लाख के आसपास थी।
फर्जी राशन कार्ड रद होने के बाद यह संख्या घटकर लगभग आठ करोड़ 78 लाख हो गई है। इससे हर महीने राज्य सरकार के 300 करोड़ से ज्यादा बच रहे हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि राज्य सरकार पहले इस कदम उठाने की इच्छुक नहीं थी। राशन कार्ड की जांच शुरू होने पर मृतकों के नाम वाले ढेरों राशन कार्ड पाए गए। एक व्यक्ति के नाम से एकाधिक राशन कार्ड की भी भरमार मिली।
राज्य के खाद्य आपूर्ति विभाग के सूत्रों ने बताया कि प्रति राशन कार्ड पर प्रत्येक महीने पांच किलोग्राम अनाज निःशुल्क दिया जाता है। एक किलोग्राम अनाज पर सरकार का 30 रुपये का खर्च आता है। इस तरह से दो करोड़ राशन कार्ड पर प्रत्येक महीने आने वाला खर्च 300 करोड़ रुपये है। इस आधार पर अब सालाना सरकार को 3,600 करोड़ रुपये की बचत हो रही है।