भाजपा द्वारा गुरुवार को जनसभा कर जनाक्रोश महाघेराव के जरिए सरकार की नाकामियों के प्रति अपनी नाराजगी जताई गई थी और जनसभा के दौरान मुख्य वक्ता केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का एक विवादित बयान सामने आया,जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजनीति का रावण करार देते हुए कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। विशेष अतिथि सांसद और पार्टी के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी थे।
चित्तौड़गढ़ में एक दिन पहले भाजपा की जन आक्रोश रैली में जनता को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने भाषण में राजस्थान सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे। भाषण में उन्होंने सीएम अशोक गहलोत को 'राजनीति का रावण' कहकर संबोधित भी किया था। इसी बात को लेकर अब उनके खिलाफ चित्तौड़गढ़ के सदर थाने में एफआईआर दर्ज हो गई है। एफआईआर राजस्थान धरोहर अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने दर्ज करवाई है। आपको बताते चले कि गजेंद्र सिंह शेखावत के इस बयान पर सीएम अशोक गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा था कि, 'मैं रावण हूं तो आप राम बन जाओ। ढाई लाख लोगों का पैसा वापस कर दो।'
क्या लिखा है गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ दर्ज FIR में ?
एफआईआर में सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने बताया कि 27 अप्रैल को बीजेपी की तरफ से चौक पुराना बस स्टैंड पर एक सभा आयोजित की गई, जिसमें काफी तादाद में लोगों को एकत्रित किया गया था। उसमें गजेन्द्र सिंह मुख्य वक्ता के रूप में सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने संबोधन में सार्वजनिक मंच से समाज में धार्मिक विद्वेष उत्पन्न कर भीड़ में उग्रता लाकर बल्वा कारित करने के लिए लोगों को उत्प्रेरित करने का गंभीर अपराध किया, जिसे मंच पर उपस्थित अन्य नेताओं में भी समर्थन किया गया है।सार्वजनिक स्थान पर व्यक्तियों को एकत्रित कर राजस्थान सरकार एवं राजस्थान सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ झूठे तथ्य प्रकट कर समाज में सरकार के प्रति घृणा और अवमान कारित कर राजद्रोह का अपराध कारित किया गया। वर्तमान राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा जन उपयोगी कार्य किये जा रहे हैं, जिनसे आमजन को राहत मिल रही है। उसके संबंध में उनके द्वारा गलत भ्रामक झूठे तथ्य आमजन के सामने रखकर आमजन को राजस्थान सरकार के विरुद्ध भड़का भाषण देकर बल्वा की स्थिति कायम करने का गंभीर अपराध कारित किया गया है।
'राजनीति का रावण' बताकर अपमान करने का आरोप है FIR में
वहीं यह भी आरोप लगाया गया है कि गजेन्द्र सिंह द्वारा प्रतिष्ठा धूमिल करने के आशय से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 'राजनीति का रावण' से संबोधित करते हुए अपमानित कर अपराध किया गया है। सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने आरोप लगाया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे है और पूरे देश में मुख्यमंत्री के रूप अशोक गहलोत का मान सम्मान सर्वश्रेष्ठ होकर सबसे बेहतर रहा है। गहलोत गांधीवादी विचारधारा से कार्यों को करने वाले व्यक्ति हैं। वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा थोपी गई महंगाई से आमजनता को राहत देने के कार्यों में लगे हुए हैं और ऐसे नेक विचार और आम जनता के हितों के लिए हर वक्त तैयार रहने वाले व्यक्ति के संबंध में अनुचित टिप्पणी कर उनके साथ प्रार्थी स्वयं एवं प्रत्येक कांग्रेस कार्यकर्ता को अपमानित करने का अपराध किया गया है।
रिपोर्ट पर पुलिस ने गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ आईपीसी धारा 143, 153ए, 295ए, 500, 504, 505 बी, 511 में मुकदमा दर्ज किया है।