राजस्थान के राजस्व मंत्री रामलाल जाट और उनके चार करीबी रिश्तेदारों के खिलाफ भीलवाड़ा जिले की करेड़ा पुलिस ने अदालत के आदेश देने के बाद मामला दर्ज किया है। राजस्व मंत्री राम लाल जाट व करीबियों पर डरा-धमकाकर बिना कीमत दिए ग्रेनाइट की माइंस हड़पने और वहां से कई करोड़़ रुपए की मशीनरी चुराने का आरोप लगाया गया है।
भीलवाड़ा जिले की करेड़ा पुलिस ने अदालत के आदेश के बाद मंत्री राम लाल जाट के साथ ही करेड़ा के ज्ञानगढ़ निवासी पूरणमल गुर्जर, अंटाली निवासी महिपाल सिंह, आसींद के प्रतापपुरा निवासी सूरज जाट एवं महावीर प्रसाद चौधरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला
परिवादी परमेश्वर जोशी 'मैसर्स अरावली ग्रैनी' के नाम से खनन व्यवसाय चलाते हैं। जोशी ने रघुनाथपुरा तहसील करेड़ा में माइनिंग लीज संख्या 67/12 ली । रजिस्ट्रेशन के दौरान इस कंपनी के मालिक श्याम सुंदर गोयल व चंद्रकांत शुक्ला थे। कंपनी के रजिस्ट्रेशन से पूर्व परिवादी जोशी ने श्याम सुंदर गोयल व चंद्रकांत शुक्ला से 10 करोड़ रुपये की डिमांड रखी थी। इसके चलते गोयल व शुक्ला ने 5 करोड़ रुपये में कंपनी के 50% शेयर परिवादी जोशी की पत्नी भव्या को हस्तांतरित कर दिए थे। जबकि बाकी बचे 50% शेयर गोयल व शुक्ला ने राजस्व मंत्री रामलाल को 5 करोड़ रुपये में बेचना तय किया था।
मंत्री ने यह शेयर अपने रिश्तेदार मोना चौधरी व सुरेश जाट के नाम पर ट्रांसफर करवाने और उसे 5 करोड़ रुपए देने की बात कही थी। परिवादी परमेश्वर ने 25 प्रतिशत हिस्सेदारी शेयर मोना चौधरी व 25% हिस्सेदारी शेयर सुरेश जाट के हक में हस्तांतरित करवा दिए। जब परिवादी जोशी ने मंत्री जाट व अन्य व्यक्तियों से 5 करोड़ रुपए मांगे तो उन्होंने रुपये देने से मना कर दिया। परिवादी व उसके परिजनों को जान से मारने और माइंस को डायनामाइट से उड़ाने की धमकी दी।
राजस्थान के राजसमंद के झीलवाड़ा वर्तमान मुम्बई निवासी परमेश्वर जोशी ने आरोप लगाया है कि उसने 2022 में पुलिस महानिदेशक, अजमेर रेंज के आईजी व भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट देते हुए बताया कि उसने वर्ष-2014 में ग्रेनाइट की खान लीज पर ली। लेकिन महिपाल सिंह , सूरज जाट व महावीर प्रसाद चौधरी ने कब्जे की मंशा से उसकी खदान पर वर्ष-2021 में अवैध रूप से खनन शुरू किया। पता चलने पर परिवादी ने अवैध माइनिंग करने वालों से बात की तो राजस्व मंत्री रामलाल का नाम लेकर डराया-धमकाया। इस पर परिवादी जोशी मंत्री राम लाल जाट से मिले। परिवादी जोशी का आरोप है कि मुलाकात में रामलाल जाट ने माइंस को विस्फोट से उड़ाने और जान से मारने की धमकी दी। यहीं नहीं राम लाल जाट ने लीज सरेंडर कर साझेदारी करने का दबाव भी बनाया। साथ ही मंत्री राम लाल जाट ने पांच करोड़ रुपए देेने का भरोसा दिलाया, लेकिन बाद में पैसा देने में आनाकानी की।
परिवादी का आरोप है कि 16 जून 2022 को ज्ञानगढ़ निवासी पूरण गुर्जर आठ-दस जनों के साथ दो ट्रेलर लेकर माइंस में घुस कर करीब पांच करोड़ की मशीनरी आदि चुरा ले गया। इनमें जेसीबी, वायरसो, केबल, इलेक्ट्रोनिक पैनल व अन्य मशीनरी शामिल थी।
भीलवाड़ा पुलिस ने की थी आनाकानी केस दर्ज करने में
इस संबंध में जब परिवादी ने थाने में मामला दर्ज करवाना चाहा तो मामला दर्ज नहीं किया गया। भीलवाड़ा एसपी को लिखित रिपोर्ट देने पर भी मामला दर्ज नहीं किया। उलटा मंत्री के रसूखात की धोंस से उसे डराया गया। पीड़ित परिवादी के न्यायालय की शरण लेने और इस्तगासे के बाद मामला दर्ज किया गया।