जयपुर, 17 जून। प्रदेश के ऊर्जा एवं जिला प्रभारी मंत्री टोंक श्री हीरालाल नागर ने जिला परिषद सभागार में विद्युत, पेयजल, चिकित्सा और मानसून के आगमन से पूर्व आपदा प्रबंधन संबंधी तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक ली। साथ ही, वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री श्री नागर ने सभी संबंधित अधिकारियों को वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का जिले में प्रभावी एवं सफल क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अभियान की प्रगति एवं आगामी कार्य योजना की समीक्षा कर अधिकाधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।
श्री नागर ने प्राचीन जल संरचनाओं की साफ-सफाई एवं जीर्णोद्धार करने के साथ आमजन में पर्यावरण संरक्षण एवं जल संचयन की जन जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं हरियालों राजस्थान में अधिकाधिक पौधारोपण करने के साथ उनके जीवित रहने के लिए प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिए। साथ ही, जल संरक्षण की शपथ दिलाई।
ऊर्जा मंत्री ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को जिले में सतत विद्युत आपूर्ति और विद्युत तंत्र का सुदृढीकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए किसी कारण से विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर अधिकारी एवं कार्मिक उपभोक्ताओं के फोन रिसीव कर संतोषप्रद जवाब दें। जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने पर टोंक सहायक अभियंता को कार्यप्रणाली में सुधार लाने के निर्देश दिए। साथ ही, घरेलू विद्युत कनेक्शन में अनावश्यक देरी की शिकायत मिलने पर देवली सर्किल के अधिशाषी अभियंता को चार्जशीट देने के लिए अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए।
श्री नागर ने अधीक्षण अभियंता के.एल. पटेल को घरेलू एवं कृषि कनेक्शन जारी करने की स्थिति, विद्युत संबंधी शिकायतों के लिए डिस्कॉम स्तर संचालित कंट्रोल रूम और एफआरटी की कार्यवाही, आरडीएसएस, स्मार्ट मीटर योजना, विद्युत आपूर्ति को सुचारू रूप से बनाये रखने के लिए पूर्ण कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान प्रभारी मंत्री को नासिरदा सीएचसी में चिकित्सक नहीं होने की जानकारी मिलने पर मौके पर ही चिकित्सा विभाग जयपुर के उच्चाधिकारियों से दूरभाष पर बात कर चिकित्सक लगाने के निर्देश दिए। साथ ही, जिले में डॉक्टरों के रिक्त पदों को भरने के लिए भी कहा। उन्होंने एडीएम रामरतन सौंकरिया को अस्पतालों में पेयजल टंकियों की साफ सफाई एवं वॉटर कूलर के क्रियाशील होने की जांच करने के निर्देश दिए।
श्री नागर ने मानसून के दौरान जलदाय विभाग को विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल लाइनों में होने वाले लीकेज को शीघ्रता से सही करें, और पूर्ण दबाव के साथ टेल तक पानी पहुंचाएं। अवैध कनेक्शन करने वालों पर एफआइआर दर्ज कराई जाए। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. छोटू लाल बैरवा को पशुओं के उपचार में कोताही नहीं बरतने तथा पशु उपचार के लिए मोबाइल वैन को सही समय पर पशुपालकों को पास भेजने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एच.एल. मीणा को नदी-नालों पर बनी रपट के दोनों और रैलिंग एवं जंजीर लगाने के निर्देश दिए। साथ ही, जिले के सभी बांधों, छोटे-बड़े तालाबों, नदी-नालों एवं रपटों पर चेतावनी बोर्ड लगाने के लिए कहा। उन्होंने सभी विभागों को मानसून के दौरान प्रो एक्टिव होकर कार्य करने तथा अपेक्षित समस्त इंतजाम दुरस्त रखने के निर्देश दिए।
बैठक में देवली-उनियारा विधायक राजेंद्र गुर्जर, जिला प्रमुख सरोज बंसल, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान, जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान, पूर्व विधायक अजीत सिंह मेहता, राजेंद्र पराणा समेत अन्य विभागों के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।