जयपुर, 13 सितम्बर। शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग मंत्री श्री मदन दिलावर ने प्रताप आॅडिटोरियम में शनिवार को विभाग के शिक्षा अधिकारियों एवं प्रधानाचार्यों के साथ एक अनोखी पहल करते हुए उनके साथ संवाद कर उनकी बात सुनी और अधिकारियों को शिक्षा को उच्चत्तर स्तर पर ले जाने के लिए दिशा-निर्देश दिए। संवाद कार्यक्रम में वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा मौजूद रहें।
शिक्षा मंत्री श्री दिलावर ने अलवर जिले के प्रधानाचार्यों व अधीनस्थ कार्यालयों एवं विद्यालयों के शिक्षा अधिकारियों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में मंत्री श्री दिलावर ने कहा कि राजस्थान को शिक्षा के क्षेत्र में भारत में सर्वाेपरि बनाने का बड़ा जिम्मा शिक्षा अधिकारियों पर है। जिसको पूरा करने के लिए बड़ा लक्ष्य बनाएं एवं छोटे-मोटे व्यवधानों से ना घबराएं। इसके साथ ही विद्यार्थियों को संस्कारित बनाने एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज शिक्षकों को विवेकानंद और शिवाजी जैसे व्यक्तित्व तैयार करने की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों को परिचय पत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।
उन्होंने हरियालो राजस्थान अभियान की चर्चा करते हुए पेड़ों के महत्व और वर्तमान समय में पेड़ों की महती आवश्यकता पर भी शिक्षकों से संवाद किया। उन्होंने मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान की भूमिका, पीएमश्री विद्यालयों की स्थापना से हुए नवाचारों, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लास, विवेकानंद माॅडल स्कूलों द्वारा अध्ययन के क्षेत्र में स्थापित आयामों, पीईईओ क्षेत्र में रात्रि विश्राम से शिक्षक व अभिभावकों में प्रगाढ संबंध बनाने, विद्यालयों के विकास में भामाशाहों की भूमिका, विद्यार्थियों को संस्कारित शिक्षा देने, शिक्षकों के सोम्य गणवेश से बच्चों पर पढने वाले प्रभाव, सभी विद्यालय एक-दूसरे से प्रेरणा लेकर बोर्ड परीक्षा परिणामों में उत्तरोतर सुधार के प्रयास करने आदि विषयों पर प्रधानाचार्यों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में सूर्य नमस्कार नियमित रूप से कराया जावे तथा कक्षा-कक्ष में शिक्षक मोबाइल फोन नहीं ले जावे।
प्रधानाचार्याे ने शिक्षामंत्री से संवाद करते हुए अपने नवाचारों से अवगत कराया। किसी ने वीडियोज के जरिए रोचक अंदाज में शिक्षा देने की बात कही तो किसी ने नव नियुक्त शिक्षकों के लिए विशेष कार्यशाला आयोजित कर उनका संबलन करने के नवाचार की जानकारी प्रदान की। शिक्षामंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पहली ऐसी सरकार है जिसने शुरुआती में ही बड़ी संख्या में पदोन्नतियां की हैं, शेष रह गई पदोन्नतियां भी शीघ्र कर दी जायेगी। प्रधानाचार्यों ने अनुशासन, शिष्टाचार व देशप्रेम के माध्यम से संस्कारित शिक्षा की बात कही। इस दौरान एडीपीसी श्री मनोज शर्मा ने अलवर शैक्षिक परिदृश्यों एवं शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवाचारों की पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में प्रधानाचार्य एवं शिक्षकगण मौजूद रहे।