नई दिल्ली, 14 जून 2022 :नेशनल हेराल्ड मामले (national herald case) में प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ कर रहा है। सोमवार चली करीब 10 घंटे हुई पूछताछ के बाद मंगलवार को उन्हें फिर ईडी ने तलब किया है।
राहुल गांधी से पूछताछ के विरोध मे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं में आक्रोश जारी है। इसी सिलसिले में दिल्ली में मोर्चा संभाले हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gehlot) ने मंगलवार को एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर कहा-
ईडी को ये बताना चाहिए किसके दबाव में वो काम कर रही है? 2015 के अंदर ईडी के जो जॉइंट डायरेक्टर थे या जो आईओ थे आईपीएस ऑफिसर उन्होंने सोनिया जी के बारे में, राहुल जी के बारे में केस क्लोज कर दिया था तमाम आर्ग्यूमेंट्स देकर... pic.twitter.com/LFkxrRDot0
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 14, 2022
"ईडी को ये बताना चाहिए किसके दबाव में वो काम कर रही है? 2015 के अंदर ईडी के जो जॉइंट डायरेक्टर थे या जो आईओ थे आईपीएस ऑफिसर उन्होंने सोनिया जी के बारे में, राहुल जी के बारे में केस क्लोज कर दिया था तमाम आर्ग्यूमेंट्स देकर। उसके बाद में क्या कारण रहे होंगे, 2015 की बात बता रहा हूं जब क्लोज हो चुका, उसके बाद में केस को पुनः खोला गया है और टार्गेट करके इस प्रकार की हरकत की गई है उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बहुत आक्रोश है, देशभर में लोगों में आक्रोश है क्योंकि कानून का राज सब चाहते हैं।कानून सबके लिए बराबर है, परंतु टार्गेट बनाकर आज सोनिया जी और राहुल जी तक पहुंचे हैं, पूरे देश के अंदर 8 साल से यही तमाशा हो रहा है ईडी का, इनकम टैक्स का, सीबीआई का, वो तमाशा बर्दाश्त करते-करते लोग दुःखी हो गए हैं।आज जो ये केस हुआ है ईडी वाला, नेशनल हेराल्ड अखबार 1937 में निकला, आज तक कांग्रेस फाइनेंस करती आई है उसको, धीरे-धीरे कमजोर हो गया जैसे आज कई प्रिंट मीडिया वाले कमजोर हो गए हैं, वो तनख्वाह घटा रहे हैं, छंटनी कर रहे हैं अपने संवाददाताओं की, वो ही हालत हेराल्ड की थी, और खराब हालत थी। ये तमाम जो संगठन बने हुए हैं, जिसके बारे में ईडी बुला रही है, ये नॉन-प्रॉफिटेबल संगठन हैं, एक रुपया भी सोनिया जी चाहें, राहुल जी चाहें तो भी घर में नहीं ले जा सकते क्योंकि इसमें कानून कहता है कि ये नॉन-प्रॉफिटेबल संगठन हैं और उसमें कोई भी डायरेक्टर लाभांश नहीं ले सकता है।मैं कहना चाहूंगा प्रधानमंत्री जी से कि ईडी के छापे बंद करवाओ... कल मैंने टाइम मांगा था ईडी के डायरेक्टर से, सीबीआई के डायरेक्टर से और सीबीडीटी के चेयरमैन इनकम टैक्स के चेयरमैन से कि मैं मिलना चाहता हूं आपसे। और मैं अपनी बात एक नागरिक के रूप में, मुख्यमंत्री एक राज्य का है चुना हुआ, उसके रूप में और मैं क्या फील करता हूं, देशवासी क्या फील कर रहे हैं आपके बारे में, क्योंकि तीनों एजेंसियां प्रीमियर एजेंसियां हमारी हैं, प्रतिष्ठित एजेंसियां हैं।बहुत महत्वपूर्ण एजेंसी हैं, उनको मैं बताऊं कि आप खुद समझ रहे हैं कि दबाव में काम कर रहे हैं तो आपको चाहिए कि आप दबाव से मुक्त भी हों, अगर गलत आपको काम कहें तो आपमें हिम्मत होनी चाहिए, साहस होना चाहिए कि मेरा जमीर मुझको गवाही नहीं दे रहा है, इसलिए हम ये रेड नहीं कर सकते हैं।"