14 लाख रुपये कैश में आने की वजह से हमारे ऊपर 210 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगा दी-अजय माकन
आयकर विभाग की ओर से कांग्रेस पार्टी को 210 करोड़ की रिकवरी का नोटिस जारी करने के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि इस मामले की सुनवाई के बावजूद उसके खातों से 65 करोड़ रुपये निकाल लिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी ने ये भी कहा कि सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये कार्रवाई उनके खिलाफ तब हुई है जब उनका मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। ऐसे में ये कार्रवाई गलत है। इसमें कांग्रेस के खाते से 60 करोड़ और आईवाईसी के खाते से 5 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
मामले में कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर पोस्ट कर कहा-
कांग्रेस को 2018-19 में 142.83 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से सिर्फ 14.49 लाख रुपये हमारे विधायकों और सांसदों की एक महीने की सैलरी से मिले थे।
ये 14 लाख रुपये कैश में आने की वजह से हमारे ऊपर 210 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगा दी गई।
हमें 31 दिसंबर तक अपने खातों की जानकारी आयकर विभाग को देनी थी, लेकिन हमने 2 फरवरी 2019 को दी। ऐसे में सारे पैसे पर यह पेनल्टी लगाई गई। ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ।
अब 5 साल बाद सरकार और आयकर विभाग जागा है, जब चुनाव सिर पर हैं। ये कहां का न्याय है?
ये कांग्रेस पार्टी को आर्थिक रूप से तोड़ने की कोशिश है ताकि हम लोग चुनाव न लड़ पाएं। अगर हमारे खाते फ्रीज हो जाएंगे तो हम चुनाव कैसे लड़ेंगे, प्रचार कैसे करेंगे?
इसी मामले में IYC अध्यक्ष श्री निवास ने कहा -
BJP सरकार ने यूथ कांग्रेस के खाते से 4.20 करोड़ रुपए लूटने का काम किया है।
यह पॉकेटमार सरकार है। लोकतंत्र में पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है।
ये सरासर तानाशाही है।
खाते फ्रीज करने को लेकर काँग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा-
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नोटबंदी कर दी गई थी।
क्योंकि मोदी सरकार चाहती थी कि पार्टियां चुनाव न लड़ पाएं।
ठीक उसी तरह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों पर 'कर हमला' किया गया है।
इसका एक ही मकसद है- कांग्रेस पार्टी को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया जाए, ताकि हम चुनाव न लड़ पाएं।