जयपुर, 02 अगस्त। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किश्त के अंतरण के अवसर पर शनिवार को जिला स्तरीय किसान समारोह का आयोजन केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) के ऑडिटोरियम में किया गया। समारोह में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा संसदीय, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत छह हजार रुपये वार्षिक सहायता की 20वीं किश्त आज देशभर के करोड़ों किसानों के बैंक खातों में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक क्लिक के माध्यम से अंतरित की गई है। यह केवल वित्तीय सहायता नहीं बल्कि किसानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का जीवंत प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें कृषि क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही हैं। पिछले छह दशकों में किसानों और वैज्ञानिकों ने समन्वित प्रयासों से देश को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया है। उन्नत बीज,आधुनिक कृषि तकनीक और नवाचारों का विस्तार इस परिवर्तन का आधार हैं।
श्री शेखावत ने कहा कि भारत आज न केवल विश्व का सबसे बड़ा खाद्यान्न उत्पादक देश है बल्कि मिलेट्स के क्षेत्र में भी वैश्विक अग्रणी स्थान रखता है। डेयरी, फल एवं सब्जी उत्पादन में भारत का दूसरा स्थान हमारी कृषि क्षमता को रेखांकित करता है। यह परिवर्तन एक खाद्यान्न संकटग्रस्त देश से खाद्यान्न समृद्ध राष्ट्र बनने की प्रेरणादायक यात्रा है।
उन्होंने जलवायु परिवर्तन और मौसमीय असंतुलन की चुनौतियों की ओर संकेत करते हुए कहा कि वैज्ञानिक इन समस्याओं के समाधान हेतु निरंतर कार्य कर रहे हैं तथापि इस दिशा में अनुसंधान की गति और तीव्र करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए काजरी द्वारा किए जा रहे अनुसंधान और नवाचार इस क्षेत्र की कृषि को सशक्त बनाने में मील का पत्थर सिद्ध हुए हैं।
राजस्थान में किसानों को मिल रही नई संबल योजनाएं—
संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संचालित योजनाओं की तर्ज पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने राज्य में मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की सहायता राशि को बढ़ाकर नौ हजार रुपये वार्षिक कर दिया है। इसके अंतर्गत अब तक राज्य के किसानों के बैंक खातों में लगभग 1355 करोड़ रुपये स्थानांतरित किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा को तीन लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है। कृषि एवं उद्यानिकी के समग्र विकास के लिए 1350 करोड़ रुपये की राजस्थान कृषि विकास योजना प्रारंभ की गई है। जोधपुर जिले के खरीफ संवत 2080 के लिए लंबित आदान-अनुदान राशि 210 करोड़ 25 लाख रुपये भी किसानों के खातों में अंतरित कर दी गई है।
श्री पटेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष बजट में किसानों को राहत देने के उद्देश्य से 210 करोड़ रुपये की लागत से एक हजार कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना, तारबंदी योजना के लिए 324 करोड़ रुपये तथा आधुनिक कृषि यंत्रों के लिए 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह सभी योजनाएं प्रदेश के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने की दिशा में सार्थक पहल हैं।
जोधपुर जिले में 2.61 लाख किसानों को लाभ—
जिला कृषि विभाग के अनुसार जोधपुर जिले के 2 लाख 61 हजार 617 किसानों के बैंक खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किश्त के रूप में 52 करोड़ 32 लाख 34 हजार रुपये की राशि जमा की गई है।