कर्नाटक कांग्रेस के सामने अब 'मुस्लिम' डिप्टी CM बनाने की मांग, वक्फ बोर्ड ने सामने रखी 5 मंत्री पद की मांग
कर्नाटक में काँग्रेस भारी बहुमत के जनादेश पर जहाँ फूली नहीं समा रही है तो वहीं अभी भी कांग्रेस सीएम पद को लेकर कोई फैसला नहीं कर पाई है। कर्नाटक का अगला सीएम कौन होगा इस बात को लेकर अब तक कांग्रेस ने फैसला नहीं लिया है। बीते दिन विधायक दल की बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें सभी ने सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को सीएम चुनने का7 अधिकार दिया था। अब खरगे सीएम पद के नाम पर फैसला लेंगे जिसमें सिद्धारमैया और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है।
इसी उहापोह के बीच काँग्रेस के सामने एक नई मुसीबत रूपी मांग खड़ी हो गई है। हालिया सुन्नी उलेमा बोर्ड के मुस्लिम नेताओं ने मांग की है कि कर्नाटक का उप मुख्यमंत्री का चेहरा मुस्लिम समुदाय से होना चाहिए। साथ ही कहा है कि 5 मुसलमान विधायकों को अच्छे पोर्टफोलियो के साथ मंत्री बनाया जाए। पोर्टफोलियो में गृह, राजस्व, स्वास्थ्य और दूसरे विभाग होने चाहिए।
बयान देते हुए वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शाफी सादी ने कहा, ''हमने चुनाव के पहले ही कहा था कि डिप्टी सीएम मुस्लिम होना चाहिए और हमें 30 सीटें (मुस्लिम उम्मीदवार) दी जाएं। हमको 15 सीट मिलीं और 9 मुसलमान उम्मीदवार जीतकर आए है। 72 विधानसभाओं में कांग्रेस केवल मुसलमानों की वजह से जीती। एक समुदाय के रूप में हमने कांग्रेस को बहुत कुछ दिया है। अब समय आ गया है कि हमें बदले में कुछ मिले। हम मुस्लिम डिप्टी सीएम और 5 मंत्री चाहते हैं, जो गृह, राजस्व और स्वास्थ्य जैसे अच्छे पोर्टफोलियो के साथ हों। यह कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि वह इसके साथ हमारा शुक्रिया अदा करे। हमने इसे लागू करने के लिए सुन्नी उलेमा बोर्ड के साथ एक आपात बैठक की है।"