वर्ल्ड हेरिटेज चित्तौड़गढ़ दुर्ग में लाइट एंड साउंड शो का उद्घाटन के साथ विवाद शुरू हो गए । विश्व विरासत में गिने जाने वाले चित्तौड़ दुर्ग स्थित कुंभा महल के पीछे सोमवार शाम को नए वर्जन में लाइट एण्ड साउण्ड के जरिए दिखाए गए चित्तौड़ के इतिहास में रानी पद्मिनी व अलाउद्दीन खिलजी को लेकर दिखाए गए वृतांत को लेकर सांसद सी पी जोशी अपना विरोध दर्ज करवाने के बाद शो बीच में ही छोड़कर चले गए। कार्यक्रम में अलाउद्दीन खिलजी द्वारा रानी पद्मावती को कांच में देखने संबंधी स्क्रिप्ट पर आपत्ति जताते हुए सांसद सीपी जोशी ने चलते शो को कंट्रोल रूम में जाकर रुकवा दिया। उन्होंने तुरंत सभी अधिकारियों को टूरिज्म डिपार्टमेंट से बात कर इस तरह के डायलॉग्स को स्क्रिप्ट से हटवाने के लिए कहा।
आपको बताते चले कि दुर्ग स्थित कुंभा महल में 13 साल से लाइट एंड साउंड के जरिए चित्तौड़ का इतिहास बताया जाता रहा है। कुछ समय पहले ही भारत सरकार के स्वदेश दर्शन प्रोजेक्ट में लेकर हेरिटेज सर्किट के तहत इस शो को अपग्रेड कराया और नई टेक्नोलॉजी के साथ फिर से शुरू किया गया था। शो को राजस्थान टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (RTDC ) ने तैयार करवाया है।
सांसद जोशी ने कहा कि पर्यटन अधिकारी को तीन दिन पहले ही कह दिया था कि नए वर्जन में रानी पद्मिनी व अलाउद्दीन खिलजी को लेकर दिखाए जा रहे आपत्तिजनक वृतांत को हटा दिया जाए। पर्यटन अधिकारी ने सांसद को भी यकींन दिलाया कि लाइट एण्ड साउण्ड की स्क्रिप्ट से आपत्तिजनक वृतांत हटा लिया जाएगा। सोमवार शाम को सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना व सांसद जोशी की मौजूदगी में लाइट एण्ड साउण्ड के नए वर्जन का शो आयोजित कर उद्घाटन किया गया। लाइट एण्ड साउण्ड का शुरू होते ही उसमें अलाउद्दीन द्वारा रानी पद्मिनी को शीशे में देखने को लेकर वृतांत आ गया। यह सीन आते ही सांसद जोशी ने आपत्ति जताते हुए शो रोकने के लिए कह दिया। नाराज हुए सांसद इसके बाद बीच में ही शो छोड़कर चले गए। सांसद ने बताया कि उन्होंने पहले भी पद्मिनी महल में लगी पट्टिका हटावाई थी, जिसमें रानी पद्मिनी को अलाउद्दीन को शीशे में दिखाने की बात लिखी हुई थी। जबकि चित्तौड़ के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। शिलालेख पर लिखी बात भ्रांति पूर्ण थी, इसलिए वहां नई पट्टिका लगवाई गई थी।