राजनीतिक दलों ने राजस्थान में 8 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कड़ी में विधानसभा चुनाव में पार्टी कैसे रिपीट हो इसे लेकर अब सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों से वन टू वन संवाद करना शुरू कर दिया है। सरकार के कामकाज की जमीनी हकीकत जानने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से आज से संभागवाइज विधायकों से वन टू वन संवाद शुरू हो गया है। इस दौरान विधायकों को 13 सवालों का एक परफॉर्मा दिया जा रहा है जिसमे पहला सवाल है कि आपके क्षेत्र में जातिगत और धार्मिक समीकरण क्या है ? अपने खिलाफ एंटी इनकंबेंसी रोकने के लिए क्या कोई प्लान है? सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी की क्या स्थिति है ? और इसे कम करने के कोई सुझाव है. आपके मुताबिक चुनाव में जनता का मानस क्या है?
पार्टी के वॉर रूम में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा विधायकों से वन टू वन संवाद करके उनसे जमीनी हकीकत जान रहे हैं। संवाद कार्यक्रम आज शाम 5 बजे तक चलेगा। अजमेर और जोधपुर संभाग के विधायकों से यह फीडबैक लिया जा रहा है। हालांकि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का नहीं आना चर्चा का विषय बना हुआ है। टोंक अजमेर संभाग में ही आता है ऐसे में उनके नहीं आने के कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पायलट का शाहपुरा और खेतड़ी का दौरा पहले से ही तय था।