8 जनवरी 2022: पिछले दिनों मोदी के पंजाब दौरे के दौरान रोड ब्लॉकेज की घटना ने भारतीय राजनीति में सोशल मीडिया पर एक नया दौर शुरू कर दिया है। जहाँ भाजपा से जुड़े नेता ट्विटर पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को कांग्रेस की राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं , तो वही कांग्रेस से जुड़े नेता सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर भाजपा और मोदी को घेरने में लगे हैं ।
लेकिन जल्दबाजी में कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे ट्वीट किए जा रहे हैं जिनमें मैसेज तो एक जैसा है, लेकिन मैसेज देने वाले नेता का नाम अलग-अलग है।
दरअसल पहले राजस्थान कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया । ट्वीट में लिखा -" जिसे कर्तव्य से ज्यादा जान की फिक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए!- पंडित जवाहरलाल नेहरू"
जिसे कर्त्तव्य से ज़्यादा जान की फ़िक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए !
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) January 6, 2022
- पण्डित जवाहरलाल नेहरू pic.twitter.com/Ezkt0tnhpp
इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने इस बार मैसेज में कुछ फेरबदल किया , सोशल मीडिया ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि-" जिसे कर्तव्य से ज्यादा जान की फिक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए!- सरदार वल्लभभाई पटेल " ट्वीट के साथ चन्नी ने लौहपुरुष वल्लभ भाई पटेल की फोटो भी अटैच की थी।
जिसे कर्त्तव्य से ज़्यादा जान की फ़िक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए !
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) January 7, 2022
- सरदार वल्लभभाई पटेल pic.twitter.com/zefpEroVAF
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि एक ही बात को दो नेता एक जैसा कैसे कोट कर सकते हैं या तो राजस्थान प्रदेश कांग्रेस का अधिकारिक हैंडल गलत सूचना दे रहा है या पंजाब के मुख्यमंत्री का ट्विटर हैंडल गलत कह रहा है। ऐसी हालत में सवाल उठना स्वाभाविक है कि कौन सही बोल रहा है और कौन गलत !
मोदी विरोध करते समय यदि आप ऐतिहासिक तथ्यों का सहारा ले रहे हैं तो आपको होमवर्क भी सही ढंग से करके आना होगा । लेकिन सोशल मीडिया की आपाधापी में इस तरीके के ट्वीट कर कांग्रेस अपनी ही विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगा रही है।