जयपुर, 17 जुलाई। गुरुवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ भारत मिशन 2.0 पुरस्कार वितरण समारोह में डूंगरपुर और जयपुर ने राष्ट्रीय मंच पर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।
इस भव्य अवसर पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने दोनों शहरों को यह पुरस्कार प्रदान किए।
डूंगरपुर को स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति के द्वारा “सुपर स्वच्छता लीग श्रेणी में सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन शहरों को दिया जाता है जो गत तीन वर्षो में कम से कम एक बार टाॅप तीन में रहे हैं और मौजूदा वर्ष में अपनी श्रेणी के शीर्ष दो सौ शहरों में स्थान बनाये हुए हैं। साथ ही जयपुर ग्रेटर को “प्रोमिसिंग स्वच्छ शहर” श्रेणी में स्वच्छता की दिशा में प्रेरणादायक कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया।
डूंगरपुर की ओर से यह सम्मान नगरीय विकास एवं आवासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री झाबर सिंह खर्रा, सभापति श्री अमृतलाल कलासुआ एवं आयुक्त श्री सांवरलाल अबासरा ने प्राप्त किया।
वहीं जयपुर ग्रेटर की ओर से पुरस्कार श्री झाबर सिंह खर्रा, महापौर श्रीमती सौम्या गुर्जर, स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) राजस्थान के मिशन निदेशक श्री जुईकर प्रतीक चन्द्रशेखर ने प्राप्त किया।
श्री झाबर सिंह खर्रा ने इस अवसर पर कहा की यह उपलब्धि राजस्थान के शहरी निकायों की देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ और विकसित भारत के संकल्प के प्रति समर्पण, जनसहभागिता और प्रभावी कार्य योजना का परिणाम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में स्वायत्त शासन विभाग भविष्य में भी इसी समर्पण के साथ स्वच्छता के उच्चतम मानकों को स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।
श्री खर्रा ने बताया कि पहली बार राजस्थान के तीन शहर उदयपुर, जयपुर ग्रेटर और जयपुर हेरिटेज शिर्ष 20 स्वच्छ शहरों में शामिल हुए हैं। राजस्थान के 12 शहर उदयपुर, जयपुर ग्रेटर और जयपुर हेरिटेज, बीकानेर, भीलवाड़ा, अलवर, जोधपुर नोर्थ और साउथ, कोटा नोर्थ और साउथ, अजमेर और सीकर देश के शिर्ष 100 स्वच्छ शहरों में शामिल हुए हैं। इसी के साथ ही राजस्थान में ओडीएफ शहरों की संख्या 17 से बढ़कर 38 यानि लगभग दोगुनी से ज़्यादा हो गई है। राजस्थान के चार शहरों उदयपुर, राजाखेड़ा, जयपुर ग्रेटर और हेरिटेज को जीएफसी (कचरा मुक्त शहर) थ्री स्टार रेटिंग भी मिली है। अमृत योजना के अंतर्गत ढेलावास, जयपुर एसटीपी को शहरी मिनिस्टीरियल कॉंफ्रेंस के तहत बेस्ट प्रैक्टिस चुना गया है।
उल्लेखनीय है कि पहली बार राजस्थान के सभी शहरों की रैंक में पिछले वर्ष की तुलना में सुधार हुआ है, किसी भी शहर की रैंक पिछले वर्ष से नीचे नहीं हुई है।