जयपुर, 14 अक्टूबर। प्रदेश में माटी कलाकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में श्रीयादे माटी कला बोर्ड आगामी दिनों में अनेक महत्वपूर्ण प्रस्तावों को क्रियान्वित करेगा। जिससे माटी कलाकारों को केवल सीजनल ही नहीं बल्कि वर्षपर्यंत रोजगार उपलब्ध होने के साथ उनकी आय भी बढ़ सकें एवं उनके बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर स्वाबलंबी बन सकें। इस दिशा में बोर्ड मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की मंशानुसार माटी कलाकारों को उचित प्रशिक्षण देकर अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक चाक व मिट्टी गूंथने की मशीनें उपलब्ध करवा रहा है। यह बात बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रहलाद राय टाक ने मंगलवार को उद्योग भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए मिट्टी से बने उत्पादों के निर्माण में राजीविका के माध्यम से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने की दिशा में बोर्ड प्रयासरत है एवं जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही मिट्टी के उत्पादों को प्रदेश के खादी भंडारों पर बिक्री के लिए मुहैया करवाने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। श्री टाक ने रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के कुल्हड़ में चाय बेचने की पहल पर रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इसी तर्ज पर प्रदेश के समस्त बस स्टैण्ड पर भी कुल्हड़ के उपयोग को बढ़ावा देने का कार्य किया जाएगा।
सार्वजनिक स्थलों पर मिट्टी उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए श्री टाक ने दीपावली के मद्देनजर सभी जिला कलेक्टर्स व पुलिस अधीक्षकों को माटी कलाकारों को सार्वजनिक स्थलों पर मिट्टी के उत्पाद बेचने में सहयोग प्रदान करने हेतु पत्र भेजा है।
माटी का लाल पुरस्कार समारोह-
राजस्थान की उत्कृष्ट संस्कृति को माटी कला के द्वारा पूरे देश व विश्व में ख्याति दिलाने के लिए माटी कलाकारों की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए श्रीयादे माटी कला बोर्ड पहली बार ‘माटी का लाल’ राज्य स्तरीय पुरस्कार समारोह आयोजित करेगा। जिसके तहत प्रत्येक जिले से दो श्रेष्ठ माटी कलाकारों का चयन कर उनमें से राज्य स्तर पर प्रथम, दितीय व तृतीय एवं सात सांत्वना पुरस्कार दिए जाएंगे। पुरस्कार हेतु आगामी नवंबर में प्रविष्टियां आमंत्रित की जाएंगी, जिनमें से चयनित को दिसंबर माह में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
ट्रेनर्स के एक और बैच का होगा प्रशिक्षण -
राजस्थान सरकार की बजट घोषणा 2025-26 में इलेक्ट्रिक चाक व मिट्टी गूंथने की मशीनों के लिए चयनित मिट्टी कामगारों की दक्षता वृद्धि के लिए श्रीयादे माटी कला बोर्ड ट्रेनर्स को भी उचित प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। इसी कड़ी में 25 ट्रेनर्स के एक और बैच को दीपावली के बाद उत्तर प्रदेश के खुर्जा में सात दिवसीय प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इससे पूर्व बोर्ड द्वारा 15 से 21 सितंबर तक खुर्जा स्थित सेंट्रल ग्लास एंड सेरेमिक्स रिसर्च इंस्टीटयूट (सीजीसीआरआई) में टेराकोटा पॉटरी प्रशिक्षण हेतु ट्रेनर्स का दल भेजा गया था।
अब तक एक हजार से अधिक मशीनों का हुआ वितरण-
बोर्ड अध्यक्ष श्री टाक ने प्रेस वार्ता में बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल पर बजट घोषणा 2025-26 की क्रियान्विति में इस साल प्रदेश के 21 जिलों में चयनित एक हजार से अधिक कामगारों को प्रशिक्षण उपरांत मिट्टी गूंथने की मशीन व इलेक्ट्रिक चाक का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि दिसंबर तक 2 हजार मशीनों के वितरण लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए शेष जिलों में चयन, प्रशिक्षण एवं वितरण कार्यक्रम जारी है।