जयपुर, 5 जून। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने गुरूवार को संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चम्बल लिंक परियोजना के अंतर्गत विभिन्न कॉम्पोनेंट्स का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माणाधीन ईसरदा बांध, नवनिर्मित नवनेरा बैराज और चम्बल नदी पर एक्वाडक्ट के निर्माण कार्यस्थलों का जायजा लिया। श्री शर्मा ने राम जल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी परियोजना) के लिए महत्वपूर्ण एक्वाडक्ट के कार्य प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह जल परियोजनाओं को आपस में जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा। परियोजना जल संरक्षण और सिंचाई विस्तार को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराएं, ताकि आमजन तक समयबद्ध पर्याप्त जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने परियोजना के तहत नवनेरा बैराज के निकट प्रस्तावित पम्प हाउस का कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश प्रदान किए।
श्री शर्मा को जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस एक्वाडक्ट के जरिए रामगढ़ (कूल नदी), महलपुर (पार्वती नदी) व नवनेरा (कालीसिंध नदी) बैराज का पानी चम्बल नदी को पार कराकर मेज बैराज में डाला जाएगा। इसके बाद पानी बीसलपुर और ईसरदा बांध तक लिफ्ट प्रणाली द्वारा पहुंचाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि 2280 मीटर लम्बे इस एक्वाडक्ट का एक छोर कोटा के पीपल्दा समेल गांव में और दूसरा छोर बूंदी के गोहाटा गांव से जोड़ा जाएगा।
एक्वाडक्ट के निर्माण से जल प्रबंधन व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी। साथ ही, कोटा की सुल्तानपुर तहसील के लोगों को बूंदी होते हुए कोटा-सवाईमाधोपुर हाईवे से एक नया पक्का सड़क मार्ग भी उपलब्ध होगा। हवाई निरीक्षण में जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अभय कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी साथ रहे।